ETV Bharat / state

सिरसा: ये कैसी सक्षम योजना ? जहां बेलदार, पटवारी और जेई ले रहे बच्चों के एग्जाम - सक्षम योजना हरियाणा परीक्षा

हरियाणा में सक्षम योजना के तहत परीक्षाएं तो ली जा रहीं हैं, लेकिन कैसे ली जा रहीं है और कौन ले रहा है ये बेहद चिंता का विषय है. दरअसल इस योजना के तहत बच्चों की परीक्षाएं सरकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ले रहे हैं. जिन्हें न तो विषय की जानकारी है और न ही परीक्षा फॉर्मेट की.

सक्षम योजना
author img

By

Published : Sep 8, 2019, 6:52 PM IST

सिरसा: प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से बेशक बच्चों को सक्षम बनाने के लिए परीक्षाएं ली जा रही है, लेकिन मजेदार बात है कि ये परीक्षाएं अध्यापकों की ओर से नहीं बल्कि नहरी विभाग के बेलदार, जेई, पटवारी और अन्य विभागों के कर्मचारी ले रहे हैं.

मीडिया ने जब कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इन परीक्षाओं के बारे में ना तो कोई ट्रेनिंग दी गई है और ना उन्हें कोई जानकारी है, लेकिन सरकार ने ड्यूटी लगाई है तो उसे निभाना पड़ेगा. वहीं अध्यापक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष बूटा सिंह ने कहा कि ये बच्चों को नर्वस बनाने का सिस्टम है, क्योंकि इसमें मात्र चार ऑप्शन में से एक ऑप्शन क्लिक करना है. इससे बच्चों का मानसिक संतुलन खराब किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ये बच्चों पर बिना वजह के एक दबाव है, क्योंकि सुबह 7:30 बजे बच्चों ने स्कूल में आना है, उसके बाद परीक्षाएं देनी है. 4 दिन के बाद अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होने का समय है. उन्होंने बताया कि 20 तारीख से अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी है. अभी उनकी तैयारी जरूरी थी और विभाग की ओर से निजी कंपनियों को ठेका देकर उन्हें लाभ पहुंचाया जा रहा है.

सरकारी विभाग के अधिकारी ले रहे परीक्षा, देखें वीडियो

सभी टीचर्स पर सवालिया निशान खड़े किए जा रहे हैं. इसी कारण से दूसरे विभागों के कर्मचारी और अधिकारी तैनात करके बच्चों की परीक्षाएं ली जा रही हैं. सूत्र बताते हैं कि परीक्षा लेने का प्रोफॉर्मा दूसरे अधिकारियों को भरना तक नहीं आ रहा है. जिसे अध्यापक ही भर कर दे रहे हैं. अब दूसरे विभागों के कर्मचारी और अधिकारी करें भी तो क्या करें, क्योंकि सरकार का डंडा है और उनकी पालना करना मजबूरी है.

सिरसा: प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से बेशक बच्चों को सक्षम बनाने के लिए परीक्षाएं ली जा रही है, लेकिन मजेदार बात है कि ये परीक्षाएं अध्यापकों की ओर से नहीं बल्कि नहरी विभाग के बेलदार, जेई, पटवारी और अन्य विभागों के कर्मचारी ले रहे हैं.

मीडिया ने जब कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इन परीक्षाओं के बारे में ना तो कोई ट्रेनिंग दी गई है और ना उन्हें कोई जानकारी है, लेकिन सरकार ने ड्यूटी लगाई है तो उसे निभाना पड़ेगा. वहीं अध्यापक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष बूटा सिंह ने कहा कि ये बच्चों को नर्वस बनाने का सिस्टम है, क्योंकि इसमें मात्र चार ऑप्शन में से एक ऑप्शन क्लिक करना है. इससे बच्चों का मानसिक संतुलन खराब किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ये बच्चों पर बिना वजह के एक दबाव है, क्योंकि सुबह 7:30 बजे बच्चों ने स्कूल में आना है, उसके बाद परीक्षाएं देनी है. 4 दिन के बाद अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होने का समय है. उन्होंने बताया कि 20 तारीख से अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी है. अभी उनकी तैयारी जरूरी थी और विभाग की ओर से निजी कंपनियों को ठेका देकर उन्हें लाभ पहुंचाया जा रहा है.

सरकारी विभाग के अधिकारी ले रहे परीक्षा, देखें वीडियो

सभी टीचर्स पर सवालिया निशान खड़े किए जा रहे हैं. इसी कारण से दूसरे विभागों के कर्मचारी और अधिकारी तैनात करके बच्चों की परीक्षाएं ली जा रही हैं. सूत्र बताते हैं कि परीक्षा लेने का प्रोफॉर्मा दूसरे अधिकारियों को भरना तक नहीं आ रहा है. जिसे अध्यापक ही भर कर दे रहे हैं. अब दूसरे विभागों के कर्मचारी और अधिकारी करें भी तो क्या करें, क्योंकि सरकार का डंडा है और उनकी पालना करना मजबूरी है.

Intro: एंकर - सक्षम योजना के तहत बेलदार , पटवारी और जेई बच्चों का एग्जाम ले रहे हैं । विद्यालयों में मेगा राउंड 20 के नाम से परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है , जिसके तहत सरकार ने शिक्षा में सुधार के लिए शुरू किया है । यह परीक्षा किसी स्कूल के अध्यापक नही बल्कि पटवारी, क्लर्क और अन्य प्रशसनिक अधिकारी थर्ड पार्टी के नाम पर परीक्षा लेने जा रहे हैं ।
Body:वीओ - प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से बेशक बच्चों को सक्षम बनाने के लिए परीक्षाएं ली जा रही है लेकिन मजेदार बात है कि यह परीक्षाएं अध्यापकों की ओर से नहीं बल्कि नहरी विभाग के बेलदार , जेई , पटवारी और अन्य विभागों के कर्मचारी ले रहे हैं । मीडिया ने आज जब कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इन परीक्षाओं के बारे में ना तो कोई ट्रेनिंग दी गई है और ना उन्हें कोई जानकारी है । लेकिन सरकार ने ड्यूटी लगाई है तो उसे निभाना पड़ेगा वही अध्यापक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष बूटा सिंह ने कहा कि यह बच्चों को नर्वस बनाने का सिस्टम है ।क्योंकि इसमें ना तो बच्चों की ओर से कुछ लिखा जाना है क्योंकी इसमें मात्र चार ऑप्शन में से एक ऑप्शन क्लिक करना है । और इससे बच्चों का मानसिक संतुलन खराब किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि बच्चों पर बिना वजह के एक दबाव है क्योंकि सुबह 7:30 बजे बच्चों ने स्कूल में आना है उसके बाद परीक्षाएं देनी है हालांकि 4 दिन के बाद अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होने का समय है । उन्होंने बताया कि 20 तारीख से अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी है । अभी उनकी तैयारी जरूरी थी और विभाग की ओर से निजी कंपनियों को ठेका देकर के लाभ पहुंचाया जा रहा है । सभी टीचरों पर सवालिया निशान खड़े किए जा रहे हैं इसी कारण से दूसरे विभागों के कर्मचारी वह अधिकारी तैनात करके बच्चों की परीक्षाएं ली जा रही है सूत्र बताते हैं कि परीक्षा लेने का प्रोफॉर्मा दूसरे अधिकारियों को भरना तक नहीं आ रहा है जिसे अध्यापक ही भर कर दे रहे हैं अब दूसरे विभागों के कर्मचारी और अधिकारी करें भी तो क्या करें क्योंकि सरकार का डंडा और उनकी पालना करना मजबूरी है ।

बाइट - महेंद्र प्रताप , स्पेशल टीचर
बाइट - विक्रम , जेई इरिगेशन विभाग
बाइट - पंकज भाटिया ,
Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.