सिरसा: तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली को चारो ओर से घेरे हुए हैं. सरकार-किसान की बैठकों के विफल होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 8 दिसंबर को भारत बंद किया गया. जिसमें आमजन ने किसानों का पूरा सहयोग दिया.
उसके बाद 12 दिसंबर को समस्त भारत में टोल प्लाजा को पर्ची मुक्त कराया गया और 14 दिसंबर को सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने जिला मुख्यालयों का घेराव किया. इसी कड़ी में सिरसा के किसानों ने भी लघु सचिवालय का घेराव किया फिर सांसद सुनीता दुग्गल के निवास स्थान का घेराव किया.
हालांकि पुलिस बल पूरी तरह तैनात रहा, लेकिन पुलिस बल तैनात होने के बावजूद भी किसानों ने बैरिकेड्स को तोड़कर सुनीता दुग्गल के निवास स्थान को घेरा ओर सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए.
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किसान नेता गुरप्रीत ने बताया की संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर लीडर चाहे कुछ भी कहें किसान एकमूठ हैं. सभी किसान भी पार्टी से ऊपर उठकर एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहे हैं. हमने सुबह लघु सचिवालय का घेराव किया. उसके बाद अब सांसद सुनीता दुग्गल के घर का घेराव किया है. किसान नेता ने कहा की हम बिल्कुल शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. जो शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन नहीं करेगा वो किसान नहीं है.