सिरसा: विधानसभा सत्र के दौरान सिरसा विधायक गोपाल कांडा द्वारा किसानों को ब्लैक शिप (काले भेड़) की संज्ञा दी गई थी. विधायक द्वारा दी गई इस संज्ञा के बाद किसान वर्ग भड़क गया ओर उन्होंने सिरसा हलोपा पार्टी के दफ्तर के आगे सिरसा विधायक के पुतले जलाए. उसके बाद किसानों द्वारा एक प्रेसवार्ता के दौरान सिरसा विधायक को चेतावनी देते हुए अल्टीमेटम दिया था की आने वाले 15 दिन में विधायक अपने शब्द वापस लेते हैं, तो ठीक है नहीं तो किसान वर्ग उनके दफ्तर के आगे पक्का मोर्चा लगाएंगे.
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जिसको लेकर मंगलवार को किसानों ने हलोपा दफ्तर के बाहर रोष प्रदर्शन किया और उन्होंने 15 दिन का और अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि विधायक माफी नहीं मांगते हैं. तो अनिश्चितकालीन धरना लगाया जाएगा.
गोपाल कांडा ने किसानों को ब्लैक शिप बोला था
किसान नेता रणधीर जोधकां ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान विधायक गोपाल कांडा की तरफ से किसानों को ब्लैक शिप बोला गया था. जिसके विरोध में हमने माफी मांगने के लिए विधायक को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि यदि विधायक किसानों से माफी नहीं मांगते हैं. तो हम दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना लगाएंगे, लेकिन आज भी विधायक द्वारा माफी नही मांगी गई है.
आम लोगों को देखते हुए दोबारा दिया गया है कांडा को अल्टीमेटम
जिसको लेकर हमने आज हलोपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया है. उन्होंने बताया की हमारे पास हिसारिया बाजार के कुछ लोग आए थे और उन्होंने कहा था कि यदि आप धरना लगा देंगे, तो हमारा काम खत्म हो जाएगा. इसलिए हमने दुकानदार, आम जन को देखते हुए फिर इनको 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है.
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किसान नेता ने बताया की जब तक विधायक किसानों से माफी नहीं मांगते. हमारा प्रदर्शन इसी तरह चलता रहेगा. किसान ने चेतावनी देते हुए कहा की यदि हम जेजेपी व बीजेपी का विरोध तो कर ही रहे हैं. यदि विधायक माफी नही मांगता है, तो जो पंजाब में बीजेपी नेता का जो हाल हुआ था उससे भी बुरा हाल होगा.