सिरसा: केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों का पूरे देश के किसान विरोध कर रहे हैं. वहीं हरियाणा के सिरसा में भी किसान कृषि कानूनों के खिलाफ 46 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. सिरसा के पक्का मोर्चा पर बैठे किसानों के क्रमिक अनशन का आज 29वां दिन है. जिसमें नेजाडेला गांव के किसान धरने पर बैठे हैं.
वहीं फतेहाबाद में होने वाले किसान सम्मेलन पर सिरसा के लगभग सभी किसान पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि 26 नवंबर को दिल्ली कूच को लेकर सभी गांवों में जन संपर्क अभियान चलाया जा रहा है. कूच को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है.
किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि 26 नवंबर को केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए किसान विरोधी कानूनों के विरोध में पूरे देश के किसान दिल्ली कूच करेंगे. वहीं सिरसा के किसानों की भी तैयारी पूरी हो गई है. फतेहाबाद में हो रहे किसान सम्मेलन में पूरे जिले से किसान पहुंचेंगे. उन्होंने बताया कि दिल्ली कूच को लेकर गांवों में चलाया जा रहा जनसंपर्क अभियान पूरा हो चुका है. कुछ गांव बाकी रह गए हैं. जिन्हें एक दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा.
किसान नेता ने कहा कि तीनों काले कृषि कानूनों से किसान तबाह हो जाएगा. देश का पेट भरने वाला अन्नदाता खुद दाने-दाने के लिए मोहताज हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ये तीन कृषि कानून किसानों के लिए नहीं कॉर्पोरेट जगत के लिए बनाए गए हैं. इसलिए सरकार बिना विलंब किए इन कानूनों को वापस ले.
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