सिरसा: हरियाणा के जिला सिरसा लघु सचिवालय में पिछले 43 दिनों से किसान अपनी खराब फसल के मुआवजे की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर किसानों का पक्का मोर्चा लगातार जारी है. वहीं, पिछले पांच दिनों से बुजुर्ग किसान का आमरण अनशन भी जारी है. किसानों ने अपनी मांग पूरी ना होने के रोष स्वरूप हरियाणा सरकार का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि सरकार के नुमाइंदों से उनकी बात हुई है. लेकिन कोई हमारी समस्याओं का कोई भी समाधान सरकार ने नहीं किया.
मुआवजे की मांग कर रहे किसान: किसान नेता का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती उनका यह पक्का मोर्चा लगातार जारी रहेगा. किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि फसल खराबी के मुआवजे को लेकर वे लगातार धरने पर बैठे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही. उन्होंने कहा कि वे सांसद सुनीता दुग्गल और कृषि मंत्री जेपी दलाल से भी इस बाबत बात कर चुके हैं. यहां तक कि विधानसभा में भी इस मामले को उठाया गया. लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये बकाया देख कर बतायेंगे.
'विधानसभा में मुद्दा उठाने के बाद भी नहीं सुन रही सरकार': उसके बाद भी अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि मसला ये भी है, कि 34 प्रतिशत से 50 प्रतिशत फसल खराब की सैलाब भी हटा दी गई है,जो सही नहीं है. लखविंदर सिंह ने कहा कि अभी तक सुनवाई ना होने के चलते एक बुजुर्ग किसान ओमप्रकाश पिछले 5 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी सरकार और प्रशासन की तरफ से उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. लखविंदर सिंह ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती उनका पक्का मोर्चा लगातार जारी रहेगा.
हरियाणा सीएम का फूंका पुतला: भारतीय किसान एकता बीकेई के बैनर तले जिले भर के किसानों ने बकाया मुआवजा सहित अन्य सभी मांगों को लेकर धरने के 43 वें दिन लघु सचिवालय के समक्ष हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही हरियाणा सरकार का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं डिंगमंडी निवासी 68 वर्षीय किसान ओमप्रकाश झुरिया का आमरण-अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा.
5 दिनों से बुजुर्ग किसान का अनशन जारी: बीकेई मीडिया प्रभारी गुरलाल भंगू ने बताया कि आमरण-अनशन के चलते ताऊ ओमप्रकाश के स्वास्थ्य में काफी गिरावटआई है. लेकिन उनका हौंसला आज भी चट्टान की तरह मजबूत है. जिसका सबूत उन्होंने खुद मंच के माध्यम से दिया है. ताऊ ओमप्रकाश ने धरने पर उपस्थित सभी किसानों का धन्यवाद किया और किसानों से इसी तरह के सहयोग की उम्मीद जताई. ताऊ ने कहा कि भूख हड़ताल के चलते किसानों की संख्या से जो मुझे ऊर्जा मिलती है, उसी के सहारे मैं आपके अधिकारों की लड़ाई लड़ता रहूंगा.
'मांगों की सुनवाई जल्द करे सरकार': ताऊ ने कहा कि किसानों को बिना मुआवजा दिलाए घर वापस नहीं लौटूंगा. इसके लिए चाहे मुझे अपने प्राणों की बलि भी क्यों न देनी पड़े. बीकेई प्रधान लखविंद्र सिंह औलख ने जिले भर के अलग-अलग गावों से बड़ी संख्या में धरने पर पहुंचे. किसानों का धन्यवाद करते हुए, मोर्चे की मजबूती के लिए गांवों से और अधिक संख्या में किसानों से पक्के मोर्चे पर पहुंचने की अपील की. किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि आज 43 दिन से सिरसा लघु सचिवालय में किसानो का पक्का मोर्चा जारी है. अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो ये आंदोलन और बड़ा होगा और इसके लिये सरकार जिम्मेदार होगी.
ये भी पढ़ें: सिरसा में आमरण अनशन पर बैठा वृद्ध किसान, मांगें नहीं माने जाने तक आमरण अनशन जारी रखने की दी चेतावनी