सिरसा: किसान संगठनों का अपनी मांगों को लेकर शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना रविवार को छुट्टी के दिन भी जारी (Farmer protest in Sirsa) रहा. धरनास्थल पर किसानों के रहने के लिए ट्रैक्टरों में विशेष व्यवस्था की गई है ताकि ठंड के मौसम में रात्रि के समय किसान विश्राम कर सकें. इसके साथ ही किसानों के लिए सुबह व शाम लंगर की भी व्यवस्था गुरूघर व अलग-अलग गांवों से पहुंच रही है. इसी के साथ चाय व अन्य सामान बनाने के लिए पक्का मोर्चा धरनास्थल पर समुचित व्यवस्था की गई है, ताकि धरने पर डटे किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न झेलनी पड़े.
धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि जब तक उनकी 9 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा. किसान सतपाल सिंह ने बताया कि 9 सूत्रीय मांगों को प्रशासन को अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन उसपर कोई गौर नहीं हुआ. जिसके चलते जिलेभर के किसानों ने 28 जनवरी से दिल्ली मोर्चे की तरह यहां भी पक्का मोर्चा लगा दिया है. दिन-रात किसान धरने पर डटे हैं. वहीं किसानों के लिए अब धरनास्थल पर ही विश्राम और लंगर की व्यवस्था कर दी गई है. साथ ही किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए धरनास्थल पर सारी समुचित व्यवस्थाएं कर दी गई है.
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गौरतलब है कि सिरसा में किसानों का पक्का मोर्चा शुरू हो चुका है. जिसके चलते शुक्रवार को किसानों ने सिरसा लघु सचिवालय में पक्का मोर्चा लगा दिया. जो रविवार को छुट्टी के दिन भी जारी रहा. किसान नेता सतपाल सिंह ने कहा कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसलों का मुआवजा देने, नहरों में 15 दिन पानी चलाने, काटी जा रही वृद्धावस्था पैंशन बहाल करने, स्कूल-कालेज खोलने, यूरिया की कमी को शीघ्र दूर करने व ट्यूबवैल कनैक्शन देने सहित अन्य मांगे जब तक पूरी नहीं किसान धरने से नहीं हटेंगे.
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