सिरसा: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे हरियाणा के किसानों में रोष है. हरियाणा के किसान प्रदेशभर में जगह-जगह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. सिरसा में किसान काफी लंबे समय से इन कानूनों के खिलाफ धरने पर हैं.
शुक्रवार को धरने पर बैठे किसानों का एक अलग ही रूप देखने को मिला. यहां धरने पर बैठे किसान आपस में भिड़ गए. कहासुनी के दौरान किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा को टारगेट कर बोला कि कोई पीली पगड़ी पहन कर भगत सिंह नहीं बन जाता. भगत सिंह ने देश के लिए अनेकों कुर्बानियां दी हैं.
शिरोमणि अकाली दल के जिला अध्यक्ष लखविंदर सिंह ने किसानों के धरने पर हुए विवाद को लेकर कहा कि कई बार मनभेद हो जाते हैं, जिस कारण ये सब हुआ है. कमेटी की किसी बात को लेकर विवाद हुआ है. किसानी संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि 7वां जत्था क्रमिक अनशन पर बैठा है और ये अनशन आगे भी जारी रहेगा.
ये भी पढ़ें:-पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने की निकिता के परिजनों से मुलाकात
उन्होंने कहा कि ये किसी नेता का धरना नहीं बल्कि किसानों का धरना है. उनका कहना है कि थोड़े-बहुत मन भेद जरूर हो सकते हैं, लेकिन किसानी संघर्ष जारी रहेगा. विवाद को लेकर कहा कि 12 मेंबरी कमेटी बैठेगी. उस पर विचार विमर्श करेंगे. पीली पगड़ी से कोई शहीद भगत सिंह नहीं बन सकता.