ETV Bharat / state

सिरसा: निकाले गए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को खून से लिखा पत्र

author img

By

Published : Jul 2, 2020, 8:22 PM IST

सिरसा में नौकरी से निकाले गए स्वास्थ्य विभाग के ठेकारत कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को अपने खून से पत्र लिखा.

Extracted Health Department employees wrote letter to anil vij with blood in sirsa
Extracted Health Department employees wrote letter to anil vij with blood in sirsa

सिरसा: नौकरी से हटाए गए स्वास्थ्य विभाग में ठेकारत कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने अपने खून से स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नाम पत्र लिखकर प्रशासनिक अधिकारियों का सौंपा.

कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें विभाग द्वारा मनमर्जी कर नौकरी से हटाया गया है और रिश्वत लेकर नई दूसरे लोगों की भर्ती की गई हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना संकट काल में उनके साथ अन्याय हुआ है. इसी के विरोध में पहले भी ठेकारत स्वास्थ्य कर्मियों ने अर्धनग्न होकर क्रमिकअनशन किया था, जिसके बाद एसडीएम जयवीर यादव ने कंपनी के मैनेजर को बुलाकर इन कर्मचारियों को दोबारा से नौकरी पर रखने और इनका बकाया वेतन देने के आदेश दिए थे.

निकाले गए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को खून से लिखा पत्र, देखें वीडियो

लेकिन आदेश के बावजूद इन कर्मचारियों को नौकरी पर कंपनी ने वापस नहीं रखा. इसी के विरोध में ये कर्मचारी दोबारा अर्धनग्न होकर लघुसचिवालय में तपती धूप में धरने पर बैठे हैं. गुरुवार को चौथे दिन इन कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को खून से लिखकर पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भ्र्ष्टाचार की जांच करवाने और उन्हें दोबारा नौकरी पर रखने की मांग की है.

ये भी पढ़ें- दिल्ली से मुंबई और हावड़ा रूटों पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार : रेलवे बोर्ड

धरने पर बैठे सुनील गोदारा ने बताया कि अस्पताल में ठेकेदारों के साथ गलत हुआ है. निकाले गए कर्मचारी कंपनी की मनमर्जी का शिकार हुए हैं. ये ठेकेदार नई भर्तियों के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर रिश्वत ले रहे हैं. पुराने कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा रहा है.

सिरसा: नौकरी से हटाए गए स्वास्थ्य विभाग में ठेकारत कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने अपने खून से स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नाम पत्र लिखकर प्रशासनिक अधिकारियों का सौंपा.

कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें विभाग द्वारा मनमर्जी कर नौकरी से हटाया गया है और रिश्वत लेकर नई दूसरे लोगों की भर्ती की गई हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना संकट काल में उनके साथ अन्याय हुआ है. इसी के विरोध में पहले भी ठेकारत स्वास्थ्य कर्मियों ने अर्धनग्न होकर क्रमिकअनशन किया था, जिसके बाद एसडीएम जयवीर यादव ने कंपनी के मैनेजर को बुलाकर इन कर्मचारियों को दोबारा से नौकरी पर रखने और इनका बकाया वेतन देने के आदेश दिए थे.

निकाले गए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को खून से लिखा पत्र, देखें वीडियो

लेकिन आदेश के बावजूद इन कर्मचारियों को नौकरी पर कंपनी ने वापस नहीं रखा. इसी के विरोध में ये कर्मचारी दोबारा अर्धनग्न होकर लघुसचिवालय में तपती धूप में धरने पर बैठे हैं. गुरुवार को चौथे दिन इन कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को खून से लिखकर पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भ्र्ष्टाचार की जांच करवाने और उन्हें दोबारा नौकरी पर रखने की मांग की है.

ये भी पढ़ें- दिल्ली से मुंबई और हावड़ा रूटों पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार : रेलवे बोर्ड

धरने पर बैठे सुनील गोदारा ने बताया कि अस्पताल में ठेकेदारों के साथ गलत हुआ है. निकाले गए कर्मचारी कंपनी की मनमर्जी का शिकार हुए हैं. ये ठेकेदार नई भर्तियों के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर रिश्वत ले रहे हैं. पुराने कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.