सिरसा: पूर्व कांग्रेसी नेता अशोक तंवर ने एक बार कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. सिरसा पहुंचे अशोक तंवर से जब ये सवाल किया गया कि क्या वो कभी कांग्रेस में वापस शामिल होंगे. इस पर तंवर ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में धोखेबाजी है.
अशोक तंवर ने कहा कि अब कांग्रेस में वापस जाने का कोई मतलब नहीं बनता है. कांग्रेस पूरी तरह से गुटबाजी का शिकार है. तंवर ने कहा कि कांग्रेस में मेहनत करने वालों से ज्यादा चापलूसों को अहमियत दी जाती है. इसी का नतीजा है कि देश का सबसे बड़ा राजनीतिक दल अब सीमित होता जा रहा है.
'हुड्डा और शैलजा ने बढ़ाई गुटबाजी'
अशोक तंवर ने कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं के कारण ही कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ी है. तंवर ने ये भी कहा कि कांग्रेस अब प्रदेश में विपक्ष का दायित्व भी नहीं निभा पा रही है.
'कोरोना की रोकथाम के लिए न नीति है या नीयत'
अशोक तंवर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने में केन्द्र व प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है. इसी का नतीजा है कि कम्यूनिटी स्प्रेड तेजी से हो रहा है और केस भी बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन सरकार के पास रोकथाम के लिए न तो कोई नीति है और न नीयत.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन मात्र 2400 टेस्ट हो रहे हैं, जिनमें 500 से ज्यादा केस प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के आंकड़ों से सरकार अंजान है. टेस्ट की रफ्तार कम होने से मरीजों की संख्या का सही अनुमान नहीं लग पा रहा है.
'अच्छे दिनों के सपने दिखाकर हथियाई सत्ता'
अशोक तंवर ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से हटाने में जुटी है. कोरोना काल की आड़ में दिनों-दिन महंगाई बढ़ाई जा रही है. पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. लोगों को अच्छे दिनों के सपने दिखाकर सत्ता हथियाने वाली भाजपा अब लोगों के मन से उतरने लगी है.
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