सिरसा: उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एसवाईएल मामले को लेकर पंजाब सरकार और पंजाब के राजनीतिक दलों के रुख की निंदा की है. सिरसा पहुंचे दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एसआईएल पर पंजाब सरकार का रुख अति निंदनीय है. पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट और संविधान से ऊपर नहीं है. हरियाणा सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का इंतजार कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही हरियाणा को उसके हिस्से का पानी मिल सकेगा.
सरकार ने कराई धान की फिजिकल वेरिफिकेशन
वहीं दुष्यंत चौटाला जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम द्वारा किए जा रहे राजनीतिक हमलों पर कुछ कहने से बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि ये संगठन का आंतरिक मामला है और संगठन इसका निर्णय लेगा. वहीं उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के धान घोटालों को लेकर दिए जा रहे बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने धान घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की बात रखी थी, जिसके ऊपर दो बार प्रदेश में धान की फिजिकल वेरीफिकेशन करवाई गई है और आगे भी ये प्रक्रिया जारी रहेगी.
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भूपेंद्र हुड्डा को जेजेपी फोबिया
वहीं हुड्डा द्वारा सरकार गिरने को लेकर दिए जा रहे हैं बयान पर दुष्यंत ने कहा कि हुड्डा को जेजेपी फोबिया हो गया है. इस फोबिया से हुड्डा इस प्रकार ग्रस्त है कि उन्हें हर जगह जेजेपी ही दिखती है. हुड्डा को जेजेपी-बीजेपी गठबंधन की बजाय कांग्रेस की चिंता करनी चाहिए. कहीं उनके विधायकों की संख्या 31 से घटकर 21 हो जाए. वहीं उन्होंने विधायक बलराज कुंडू के मामले में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले ही कह चुके हैं कि भ्रष्टाचार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा. विधायक कोई भी आरोप लगाते हैं और तो उसकी निष्पक्षता से जांच होगी.