सिरसा: सीआईए पुलिस की अब तक हुई जांच में डीएफएससी के सरकारी ड्राइवर जसवंत की भूमिका सबसे अधिक संदिग्ध मानी जा रही है. जो इस पूरे घोटाले का भेद जानता है. इसलिए पुलिस उसकी गिरफ्तारी को महत्वपूर्ण मानकर चल रही है. उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही है.
यहां बता दें कि ड्राइवर जसवंत और घोटाले में शामिल डीएफएससी राजेश आर्य के बीच विवाद भी हुआ था. जिसका कारण अवैध रूप से कमाई बताया गया था. जिसमें हिस्से को लेकर झगड़ा था. इसी के चलते राजेश आर्य ने उसका तबादला करवा दिया था.
इन अधिकारियों पर होगा एक्शन
पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के तत्कालीन डीएफएससी सुभाष सिहाग, डीएफएससी दीवान चंद शर्मा, डीएफएससी हंसराज भादू, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र फौजी के अलावा 4 अन्य अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं.