सिरसा: निजी स्कूल (Dayanand School Sirsa) संचालक रविंद्र गोदारा आत्महत्या मामला (Ravindra Godara suicide case) तूल पकड़ता जा रहा है. 5 दिन बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. जिसके बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. परिजनों के साथ मिलकर ग्रामीण इस मामले में महापंचायत भी कर चुके हैं. परिजनों ने पुलिस से इस मामले में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. मृतक को न्याय और दोषियों को सजा दिलवाने के लिए ग्रामीणों की तरफ से कैंडल मार्च भी निकाला गया.
ग्रामीणों ने महापंचायत कर 25 सदस्य वाली कमेटी गठित की है. जो रविन्द्र को न्याय दिलवाने के काण करेगी. कमेटी ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो हनुमानगढ़ एसपी ऑफिस का घेराव कर महाप्रदर्शन किया जाएगा. लोग यूट्यूबर पर बैन लगाने की मांग प्रमुखता से उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि हर कोई 200 रुपये का माइक और मोबाइल खरीदकर पत्रकार बन गया है, लेकिन पत्रकारिता की बजाय ये ब्लैकमेलिंग जैसे काम करते हैं. क्योंकि इन पर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं है.
इस पूरे मामले में ईटीवी भारत हरियाणा के साथ रविंद्र के भाई विजेंद्र गोदारा ने कहा कि उनके भाई साल 2003 से स्कूल चला रहे थे. इस क्षेत्र में उन्होंने बड़ा नाम कमाया था, लेकिन कुछ लोग उन्हें 1 साल से प्रताड़ित कर रहे थे. जिसके बारे में उन्होंने बताया भी था. विजेंद्र ने कहा कि मेरे भाई ने मुझे बहुत कुछ बताया था. जो मैं अभी नहीं बता सकता. समय आने पर मैं जरूर डिस्क्लोज करूंगा. विजेंद्र के मुताबिक कुछ लोगों ने मेरे भाई को आत्महत्या के लिए मजबूर किया. ये आत्महत्या नहीं बल्कि प्री प्लॉनिंग मर्डर है.
बता दें कि नाथूसरी चौपटा स्थित दयानंद स्कूल (Dayanand School Sirsa) संचालक रविंद्र गोदारा ने राजस्थान की नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या (Dayanand School Operator Suicide) कर ली. ये घटना शुक्रवार शाम की है जहां राजस्थान की रासलाना वितरिका माइनर के नजदीक स्कूल संचालक की होंडा सिटी कार खड़ी मिली. रविंद्र का शव देर शाम भिरानी हेड के पास मिला था. भिरानी पुलिस ने कार से दो पेज का सुसाइड नोट (Teacher Suicide Suicide Note) बरामद किया है. इसमें रविंदर गोदारा ने यूट्यूबर और दो अन्य को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है.
खबर है कि दयानन्द स्कूल में बीते कुछ दिनों से लगातार हंगामे हो रहे थे. बच्चों को एसएलसी नहीं देने और रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप भी स्कूल पर लगे. इन मामलों की यूट्यूबर हनुमान और यश भाम्भू ने खूब कवरेज की. इसके इलावा कुछ बच्चों के अभिभावकों ने रविंद्र गोदारा पर आरोप लगाया कि उसने अपने भांजे को सबसे ज्यादा नंबर से पास किया है. स्कूल की लगातार हो रही बदनामी से रविंद्र परेशान चल रहा था. जिसके बाद रविंद्र गोदारा ने ये खौफनाक कदम उठाया.
खबर ये भी है कि आरोपी हनुमान पूनिया के घर जो ईंटें लगी हैं. उनमें 15 हजार ईंटें मृतक के भाई के भट्ठे से आई हैं. जिसके पैसे हनुमान पूनिया ने नहीं दिए. बताया ये भी जा रहा है कि हनुमान पूनिया के बेटा-बेटी रविंद्र गोदारा के स्कूल में पढ़ते थे. हनुमान पूनिया अपने बच्चों की फीस बिल्कुल माफ करावना चाहता था. इसलिए वो रविंद्र गोदारा पर दबाव बना रहा था.
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इस मामले में रविंद्र गोदारा का एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो को रविंद्र ने खुदकुशी करने से पहले अपने यू-ट्यूब चैनल पर पोस्ट (Teacher Suicide Video Viral) किया था. वीडियो में रविंद्र गोदारा कह रहे हैं कि उनके स्कूल को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रचा गया है. जिसमें चार लोग शामिल हैं. स्कूल को बदनाम करने वालों ने साजिश रची और मुझे मोहरा बनाया. रविंद्र गोदारा ने यूट्यूबर हनुमान और यश भाम्भू के अलावा प्रेम कासनिया, राजवीर भाम्भू और एक निजी स्कूल के संचालक को आत्महत्या का दोषी ठहराया. पुलिस को रविंद्र की गाड़ी से जो सुसाइड नोट मिला है. उसमें भी इनका नाम शामिल है.