सिरसाः पहाड़ों में हुई बर्फबारी के बाद मैदानी इलाको में ठंड बढ़ गई है. इसका सीधा असर सिरसा में भी देखने को मिल रहा है. शहर में ठंड इतनी है कि तामपान 2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है.
बढ़ती ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. ठण्ड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं तो वहीं चाय की चुस्की का आनंद भी ले रहे हैं. इस ठण्ड से दुकानदारों को भी मुश्किलों में डाला हुआ है. ठंड के कारण ग्राहकों की संख्या में भी कमी आई है.
स्कूली बच्चे परेशान
सिरसा में पिछले दो सप्ताह से मौसम में कंपकंपा देने वाली ठंड है. लेकिन स्कूलों में अवकाश नहीं हो पाए हैं. जिससे स्कूली बच्चों को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि सुबह जल्दी तैयार होकर स्कूल पहुंचना होता है. जहां कड़ाके की सर्दी में छोटे बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी मुश्किल होता है. हालातों को देखते हुए बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल से छुट्टी की मांग की है.
ठंड से बचने के लिए आग का सहारा
वहीं धुंध के चलते दोपहिया वाहन चालकों की मुश्किलें भी बढ़ गई है. जिसके चलते बसों और ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिए हैं. जिससे ज्यादातर ट्रेनें 20 मिनट तक लेट होती हैं. सिरसा के लोगों का कहना है कि वो ठंड से बचाव के लिए वो आग का सहारा ले रहे हैं. उनका कहना है कि आज तक इतनी ठंड कभी नहीं देखी. उन्होंने कहा कि कोई जरुरी काम होता है तभी वो घर से बाहर निकल रहे हैं.
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टूटे कई सालों के रिकॉर्ड
मौसम विभाग की मानें तो कुछ दिन और ये ठंड यूं ही जारी रहेगी. इसके लिए विभाग द्वारा लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है. बता दें कि उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
हालत ये है कि कई सालों का रिकॉर्ड टूट गया, न्यूज एजेंसी एएनआई की मानें तो आज दिल्ली का तापमान सुबह 6 बजकर दस मिनट पर 2 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया, जो कि इस साल नहीं बल्कि इस सदी का सबसे ठंडा दिन है. वहीं हरियाणा का भी कुछ यही हाल है.