सिरसा: बीजेपी ने हरियाणा की ऐलनाबाद सीट (Ellenabad Assembly Seat) पर होने वाले उपचुनाव के लिए गोविंद कांडा (Govind Kanda) को अपना प्रत्याशी चुना है. गुरुवार को गोविंद कांडा ने ऐलनाबाद सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है. भाजपा प्रत्याशी गोविंद कांडा का नामांकन करवाने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़, जजपा के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह, खेल मंत्री संदीप सिंह, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला व जिला अध्यक्ष आदित्य चौटाला मौजूद रहे.
जहां एक ओर बीजेपी व जेजेपी नेताओं द्वारा गोविंद कांडा का नामांकन भरवाया गया वहीं इस बात की सूचना मिलते ही भारी संख्या में किसान ऐलनाबाद तहसील के बाहर एकत्रित हो गए. हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स व पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. नेताओं को प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा के घेरे में तहसील कार्यालय में लाया गया. इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने बताया कि ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर आज नवरात्रि के पहले दिन ही हमारी पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं द्वारा गोविद कांडा का नामांकन भरवाया गया है.
उन्होंने बताया कि गोविंद कांडा ने अब तक करीबन 40 हजार के आसपास गरीब लड़कियों की शादियां करवाई हैं. ऐसे व्यतित्व को हमारी पार्टी ने अपना प्रत्याशी उतारा है ताकि वह जन-जन के दुखों को समझ सके. उन्होंने कहा कि यह चुनाव एक ऐसी स्थिति में हो रहे हैं कि यहां के विधायक ने एक ऐसे मुद्दे पर इस्तीफा दिया जो मुद्दा था ही नहीं. जिस मकसद से उन्होंने इस्तीफा दिया वो मकसद तो उनका पूरा हुआ ही नहीं तो अब जब उपचुनाव होने जा रहे हैं तो फिर से वो खुद क्यों मैदान में उतर रहे हैं.
किसानों के विरोध पर धनखड़ा ने कहा कि किसान जब चले थे तो उन्हें ये लगता था कि हमारी जमीन हमसे छीन ली जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दूसरा उन्हें लगता था कि उनकी फसल एसएसपी पर नहीं बिकेगी, लेकिन वह बिकी. अब ये आंदोलन सिर्फ राजनीतिक आंदोलन हो गया है. उन्होंने कहा कि अच्छा होगा की कोई किसान संगठन चुनाव लड़े, लोगों के आगे अपनी बात रखे यदि जनता उन्हें मौका देती है तो विधानसभा में जाकर बात रखें.
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बता दें कि गोविंद कांडा सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के भाई हैं. वे 3 अक्टूबर को ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. गोविंद कांडा साल 2014 और 2019 दोनों ही विधानसभा चुनाव में हारे थे. इस सीट पर साल 2019 में बीजेपी की टिकट पर पवन बेनीवाल ने चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्होंने भी किसान आंदोलन के समर्थन में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
ऐलनाबाद विधानसभा सीट खाली क्यों हुई?- सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा सीट (Ellenabad Assembly Seat) इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी. अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा दिया था. अभय सिंह चौटाला मौजूदा हरियाणा विधानसभा में इनेलो के एकमात्र विधायक थे. अभय चौटाला ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पवन बेनीवाल (Pawan Beniwal) को हराया था. अभय चौटाला को उस वक्त 57 हजार 55 वोट मिले थे.
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