सिरसा: हाल ही में केंद्र सरकार तीन कृषि अध्यादेश लेकर आई थी. इसके बाद पूरे प्रदेश में किसानों और आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. केंद्र सरकार ये अध्यादेश 5 जून लेकर आई थी. इस अध्यादेश के विरोध में कई जिलों की मंडियां बंद हैं.
वहीं सिरसा में भी इन नए अध्यादेशों के विरोध में अनाज मंडी के आढ़ती हड़ताल पर हैं. आढ़तियों ने इन अध्यादेशों को किसान और आढ़ती विरोधी बताते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आढ़तियों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द इन अध्यादेशों को निरस्त नहीं किया तो हरियाणा, पंजाब सहित कई प्रदेशों के आढ़ती अपना काम बंद कर देंगे.
मंडी एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सुरेंदर मिचनाबादी का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए 3 अध्यादेश आढ़ती और किसान विरोधी है. इससे जहां आढ़ती और व्यापारी वर्ग ख़त्म हो जायेगा वहीं किसानों को भी इससे काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि किसान पहले कहीं भी अपनी फसल बेच सकता था.
उन्होंने कहा कि मंडी में आढ़ती ने किसान को हर तरह सुविधा मुहैया करवाई है. किसी किसान को कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन नए अधयादेश के मुताबिक कोई भी व्यापारी मंडी से बाहर केवल अपना पेन कार्ड के आधार पर किसान की फसल खरीद सकता है. जिससे मंडी के आढ़तियों को नुकसान होगा.
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कृषि से जुड़े तीन अध्यादेश व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, मुल्य आश्वासन एवं कृषि सेवा समझौता अध्यादेश और आवश्यक वस्तु अधिनियम (संशोधन ) अध्यादेश पारित किए हैं. जिसका किसान लगातार विरोध कर रहे हैं.