रोहतक: 4 दिसंबर को देर रात एक शादी समारोह से काम करके लौट रहे शिबू, रोहित और कुंदन अपनी आइसक्रीम की रेहड़ी के साथ घर आ रहे थे. तभी पीछे से आ रही एक तेज गति बेकाबू कार (Road Accident in Rohtak) ने उन्हें टक्कर मार दी. इस टक्कर में कुचले जाने से शिबू और रोहित की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि कुंदन और एक अन्य राहगीर दिनेश को काफी गंभीर चोटें आई थी. लगभग डेढ़ घंटे तक चले विरोध कार्रवाई के दौरान एसएसओ आर्य नगर थाना द्वारा अगले 24 घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी करने के आश्वासन के बाद ही मजदूर शांत हुए.
इस घटना से आक्रोशित सैकड़ों मजदूर मजदूर संगठन सीटू के बैनर तले स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए. आक्रोशित मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू जिला प्रधान कमलेश लाहली, जिला सचिव कामरेड विनोद, भवन निर्माण कामगार यूनियन मुख्य सलाहकार एडवोकेट अत्तर सिंह हुड्डा ने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि घटना की एफआईआर दर्ज हो जाने के बावजूद 4 दिनों तक आरोपी को गिरफ्तार न करना पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल पैदा करता है.
ऐसे असामाजिक तत्व की गिरफ्तारी के लिए पीड़ितों को ही इंसाफ के लिए रोड पर बैठना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि शहर में बढती गुंडागर्दी की सबसे बड़ी कीमत गरीब एवं वंचित तबकों को चुकानी पड़ रही है. इस घटना ने मजदूरों की दयनीय हालत को भी उजागर कर दिया है. शासन प्रशासन का भेदभाव और उपेक्षापूर्ण रवैया भी इस घटना में उजागर हो रहा है. कार बरामद होने के बावजूद भी अभी तक उस ड्राइवर को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
बाद में सभी आक्रोशित मजदूर नारेबाजी करते हुए एसपी कैंप कार्यालय पहुंचे. एसपी की अनुपस्थिति में आर्य नगर थाना एसएचओ देवेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए अगले 24 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी. उसके बाद मजदूरों ने सर्वसम्मति से आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर 9 दिसंबर को आर-पार का आंदोलन करते हुए लघु सचिवालय का घेराव करने का ऐलान कर दिया.
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