रोहतक: इंटरनेशनल बॉक्सर मंजू रानी ने वर्ल्ड वूमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप की चयनित बॉक्सर व चयनकर्ताओं पर सवाल खड़े किए हैं. इस संबंध में उन्होंने शनिवार को बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच व उचित कार्रवाई की मांग की है. दरअसल, बॉक्सिंग चैंपियनशिन 15 मार्च से 26 मार्च तक दिल्ली में होनी है. इस चैंपियनशिप के 48 किलोग्राम भार वर्ग में मंजू रानी की जगह भिवानी की नीतू का चयन किया गया है. जबकि मंजू इंटरनेशल लेवल पर देश का नाम रोशन कर चुकी है. पिछली बार हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में उसने सिल्वर मेडल हासिल किया था.
भोपाल में हुई नेशनल चैंपियनशिप में भी मंजू ने गोल्ड मेडल हासिल किया था, जबकि नीतू को कोई मेडल हासिल नहीं हुआ था. बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष को लिखे पत्र में मंजू रानी ने कहा है कि भिवानी की नीतू को नंबर एक स्थान और उसे नंबर 2 स्थान दिया गया है. इस वजह से वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उसका चयन नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि नीतू केवल हरियाणा स्टेट में खेली है और कोई मेडल भी नहीं ले सकी है.
जिसका कैंप के अंदर तीसरे नंबर पर नाम था और उसे वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में खिलाया जा रहा है. उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया है, जबकि उसने वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश को सिल्वर मेडल दिलाया है. मंजू रानी का कहना है कि वह लगातार अपनी ट्रेनिंग कर रही है और उसने कोई छुट्टी भी नहीं ली है. यहां तक कि आज तक कोई बीमारी व चोट भी उसे नहीं लगी है. इसके बावजूद बिना किसी कारण के वर्ल्ड चैंपियनशिप से उसका नाम हटाया गया है.
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मंजू ने पूछा कि उसे किस वजह से नंबर एक से हटाकर नंबर दो पर किया गया और वर्ल्ड चौंपियनशिप के लिए क्यों चयनित नहीं किया गया. यही नहीं मंजू रानी ने पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ा जा रहा है. इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा, उन्होंने इसकी जांच की मांग करते हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में खेलने का मौका देने की मांग की है. बॉक्सर मंजू ने कहा कि अगर फेडरेशन कोई संतोषजनक जवाब नहीं देता है, तो वे मजबूरन कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी.