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किसानों पर टूटा आसमानी कहर, बारिश से बर्बाद गेहूं की फसल - रोहतक ने डुबोई गेहूं की फसल

रोहतक में बारिश ने एक बार फिर किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. बीती रात हुई बारिश से किसान की गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है.

wheat crops damage in rohtak
wheat crops damage in rohtak
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Published : Dec 13, 2019, 6:31 PM IST

रोहतक: कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टी और बे मौसम की बारिश से अभी किसान उभर नहीं पाया था, कि कुदरत ने एक बार फिर कहर बरपा दिया. बीती रात हुई बारिश ने अन्नदाता की कमर तोड़कर रख दी है. इस बे मौसमी बारिश से किसानों को फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ है. किसान गेहूं की बुबाई एक-दो बार नहीं बल्कि अब तक तीन बार कर चुके हैं.

कई बार हो चुकी है गेहूं की बुबाई

बीती रात हुई बारिश के आगे धरती के अन्नदाता कहे जाने वाले किसान बेबस नजर आए. किसान तीन-तीन बार गेहूं की बुबाई कर चुके हैं. हर बार बारिश और ओलावृष्टि किसानों की फसल को बर्बाद कर देती है.

किसानों पर टूटा आसमानी कहर, बारिश से बर्बाद गेहूं की फसल

बारिश से बर्बाद फसल

बारिश के कारण उगने से पहले ही गेहूं का दाना जमीन में सड़ जाता है. जब बारिश बंद हो जाती है तो धूप के कारण ऊपर की जमीन सख्त हो जाती है, जिसके कारण बचे कुचे दाने से बना पौधा मिट्टी की पपड़ी को तोड़कर बाहर नहीं निकल पाता और अंदर ही सड़ जाता है. इसलिए किसान को हर बार नए सिरे से बुबाई करनी पड़ती है. इस बार हुई बारिश के कारण किसान को चौथी बार बुबाई करने पड़ेगी.

ये भी पढ़ें:-एक्शन मोड में कैथल की उपायुक्त, समाज कल्याण विभाग का किया औचक निरीक्षण

मौषम की मार झेलने वाले किसान इस बारिश के कारण कुछ भी नहीं समझ पा रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस बारिश के कारण फायदा कम नुकसान ज्यादा है. जिन किसानों का गेहूं उग गया है उसमें इस बारिश का फायदा है. लेकिन जिन किसानों का गेहूं अभी उगा नहीं है उनके लिए ये बारिश बहुत ही नुकसान दायक है.

रोहतक: कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टी और बे मौसम की बारिश से अभी किसान उभर नहीं पाया था, कि कुदरत ने एक बार फिर कहर बरपा दिया. बीती रात हुई बारिश ने अन्नदाता की कमर तोड़कर रख दी है. इस बे मौसमी बारिश से किसानों को फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ है. किसान गेहूं की बुबाई एक-दो बार नहीं बल्कि अब तक तीन बार कर चुके हैं.

कई बार हो चुकी है गेहूं की बुबाई

बीती रात हुई बारिश के आगे धरती के अन्नदाता कहे जाने वाले किसान बेबस नजर आए. किसान तीन-तीन बार गेहूं की बुबाई कर चुके हैं. हर बार बारिश और ओलावृष्टि किसानों की फसल को बर्बाद कर देती है.

किसानों पर टूटा आसमानी कहर, बारिश से बर्बाद गेहूं की फसल

बारिश से बर्बाद फसल

बारिश के कारण उगने से पहले ही गेहूं का दाना जमीन में सड़ जाता है. जब बारिश बंद हो जाती है तो धूप के कारण ऊपर की जमीन सख्त हो जाती है, जिसके कारण बचे कुचे दाने से बना पौधा मिट्टी की पपड़ी को तोड़कर बाहर नहीं निकल पाता और अंदर ही सड़ जाता है. इसलिए किसान को हर बार नए सिरे से बुबाई करनी पड़ती है. इस बार हुई बारिश के कारण किसान को चौथी बार बुबाई करने पड़ेगी.

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मौषम की मार झेलने वाले किसान इस बारिश के कारण कुछ भी नहीं समझ पा रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस बारिश के कारण फायदा कम नुकसान ज्यादा है. जिन किसानों का गेहूं उग गया है उसमें इस बारिश का फायदा है. लेकिन जिन किसानों का गेहूं अभी उगा नहीं है उनके लिए ये बारिश बहुत ही नुकसान दायक है.

Intro:


रोहतक:-किसानों पर एक बार से टूटी आसमानी आफ़त।

कल रात से हो रही लगातार बारिश के कारण किसानों को नुकसान।

बार बार कर रहे किसान गेंहू की बिजाई,आसमानी कहर से हो रहा नुकसान।

किसानो के कहना,बारिष से फायदा कम नुकसान ज्यादा।

एंकर रीड़:-कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टी व बेमौष्मी बारिष से अभी किसान उभर भी नही पाया था कि की एक ओर कुदरती आफ़त ने किसान को घेर लिया है।कल रात से हो रही बेमौष्मी बारिश के कारण अन्नदाता परेशानी में है,इस बेमौष्मी बारिष से फायदा कम नुकसान ज्यादा हो रहा है।किसान गेंहू की बिनाई एक या दो बार नही बल्कि अब तक तीन बार कर चुका है और कल आई बारिष से वो भी धूल गया।बारिष से फायदे की उम्मीद लगाने वाला किसान उसी बारिष के कारण नुकसान में है।

Body:बार बार कुदरती आफ़त किसानों के लिए नुक़सान का सबब बनती जा रही है।धरती के अन्नदाता कहे जाने वाले किसान कुदरत के आगे बेबस नजर आए।कल रात से हो रही बेमौसम बारिष किसानों के लिए फायदा कम नुकसान ज्यादा साबित हो रही है।आलम ये है कि किसान तीन तीन बार गेंहू की बिजाई करने के बाद अब चौथी बार तैयारी कर रहा है,अभी कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टि से किसान अभी उभर भी नही पाया था कि अब कल रात से हो रही आसमानी आफत फिर नुकसान का कारण बनी है।हालांकि इन दिनों बारिष किसानो के लिए सोना बरसाती है लेकिन ओलावृष्टि होने के कारण गेंहू बिजाई लेट हुई जिसके कारण फायदा देने वाली बारिष नुकसान कर गई।
Conclusion:मौषम की मार झेलने वाले किसान इस बारिश के कारण कुछ भी नही समझ पा रहे है।किसानों का कहना है कि इस बारिश के कारण फायदा कम नुकसान ज्यादा है,वो इसलिए क्योकि जिन किसानों के गेंहू की बिजाई के बाद फसल उग गई है उसे फायदा है लेकिन जिनकी बुआई ही नहीं हुई है उसे नुसान के अलावा कुछ नही है।किसानो के कहना है कि कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टि के कारण धान की फसल बर्बाद हो गई थी और पानी भरने से गेहूं की फसल की बुआई भी नहीं हुई थी और अब ये बारिष केवल किसानों को बर्बाद करने के लिए है और इससे फायदा नहीं नुकसान हुआ है।

बाइट:-सुरेश,छत्तर सिंह,बृजेश किसान
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