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रोहतक में अंगीठी बनी काल, दम घुटने से बच्ची की मौत, माता-पिता, भाई-बहन का इलाज जारी

Death due to suffocation: रोहतक में एक दर्दनाक हादसे में दस माह की बच्ची की मौत हो गयी. अंगीठी के धुएं में दम घुटने से बच्ची की मौत हुई है. बच्ची के माता- पिता और भाई- बहन की हालत खतरे से बाहर है. उन्हें इलाज के लिए पीजीआईएमएस रोहतक में भर्ती कराया गया है.

Death due to suffocation
रोहतक में अंगीठी बनी काल
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 9, 2024, 1:29 PM IST

Updated : Jan 9, 2024, 3:22 PM IST

रोहतक: रोहतक के सुनारिया चौक के नजदीक एक मकान में अंगीठी के धुएं में दम घुटने से एक बच्ची की मौत हो गयी. जबकि उसके माता पिता और भाई बहन को गंभीर हालत में पीजीआईएमएस रोहतक में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाई गई थी.

दर्दनाक हादसा: पूरा हरियाणा अभी भीषण ठंड की चपेट में है. ठंड से बचाव के लिए आम तौर पर लोग अंगीठी का सहारा लेते हैं. लेकिन इसी अंगीठी के धुएं में दम घुटने से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया. रोहतास के सुनारिया चौक के पास एक मकान में अंगीठी के धुंए में दम घुटने से दस माह की बच्ची की मौत हो गयी. जबकि उसके माता पिता और भाई बहन को बेहतर इलाज के लिए पीजीआईएमएस रोहतक में भर्ती किया गया है.

परिजनों को कैसे मिली जानकारी: रोहतक के मोखरा गांव का अनेश कुमार नई अनाज मंडी में आढ़ती का काम करता है. वह अपनी पत्नी नीलम और 8 साल की बेटी निशु, 4 साल के बेटे मान और 10 माह की बेटी परी के साथ सुनारिया चौक के नजदीक एक मकान में रह रहा था. ठंड की वजह से सोमवार रात को अनेश कुमार परिवार के सदस्यों के साथ कमरे में अंगीठी जलाकर सो गया. देर रात को अनेश के एक रिश्तेदार ने मोबाइल फोन पर कॉल की लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई. ऐसे में उस रिश्तेदार को अनहोनी का शक हुआ. उस रिश्तेदार ने फिर अनेश के पड़ोसी को फोन किया. पड़ोसी ने अनेश के घर जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था. दरवाजा तोड़ा गया तो परिवार के सभी सदस्य बेसुध पड़े हुए थे. उन्हें इलाज के लिए पीजीआईएमएस ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने 10 माह की परी को मृत घोषित कर दिया.

कैसे हुआ हादसा?: होश आने पर अनेश कुमार ने बताया कि वह घर में अपने परिवार के साथ सोया हुआ था. ठंड ज्यादा थी तो अंगीठी जला दी और दरवाजा बंद कर दिया. पत्नी फोन पर बात कर रही थी कि अचानक वह बेहोश होकर गिर गई. उसके बाद छोटी बच्ची परी को उल्टियां होने लगी. वह उठने की कोशिश कर रहा था कि वह भी अचेत अवस्था में गिर गया. उसके बाद नहीं पता की क्या हुआ. होश आने पर अपने को पीजीआई में पाया.

पुलिस की टीम मौके पर पहुंची: पुलिस जांच अधिकारी हरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली थी कि अनाज मंडी के पास एक मकान में एक परिवार के सभी सदस्य बेहोशी की अवस्था में है. सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और लोगों को घर से बाहर निकाला. जिसमें 41 वर्षीय अनेश कुमार और उसकी पत्नी 38 वर्षीय नीलम, बेटी आठ वर्षीय निशु, बेटा चार वर्षीय मान बेहोश हो गए तो वहीं 10 माह की बच्ची परी की पीजीआइ ले जाते समय मौत हो गई. पीजीआई में पोस्टमार्टम करवा कर बच्ची के शव को परिजनों को दे दिया गया. परिवार के बाकी सदस्यों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

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रोहतक: रोहतक के सुनारिया चौक के नजदीक एक मकान में अंगीठी के धुएं में दम घुटने से एक बच्ची की मौत हो गयी. जबकि उसके माता पिता और भाई बहन को गंभीर हालत में पीजीआईएमएस रोहतक में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाई गई थी.

दर्दनाक हादसा: पूरा हरियाणा अभी भीषण ठंड की चपेट में है. ठंड से बचाव के लिए आम तौर पर लोग अंगीठी का सहारा लेते हैं. लेकिन इसी अंगीठी के धुएं में दम घुटने से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया. रोहतास के सुनारिया चौक के पास एक मकान में अंगीठी के धुंए में दम घुटने से दस माह की बच्ची की मौत हो गयी. जबकि उसके माता पिता और भाई बहन को बेहतर इलाज के लिए पीजीआईएमएस रोहतक में भर्ती किया गया है.

परिजनों को कैसे मिली जानकारी: रोहतक के मोखरा गांव का अनेश कुमार नई अनाज मंडी में आढ़ती का काम करता है. वह अपनी पत्नी नीलम और 8 साल की बेटी निशु, 4 साल के बेटे मान और 10 माह की बेटी परी के साथ सुनारिया चौक के नजदीक एक मकान में रह रहा था. ठंड की वजह से सोमवार रात को अनेश कुमार परिवार के सदस्यों के साथ कमरे में अंगीठी जलाकर सो गया. देर रात को अनेश के एक रिश्तेदार ने मोबाइल फोन पर कॉल की लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई. ऐसे में उस रिश्तेदार को अनहोनी का शक हुआ. उस रिश्तेदार ने फिर अनेश के पड़ोसी को फोन किया. पड़ोसी ने अनेश के घर जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था. दरवाजा तोड़ा गया तो परिवार के सभी सदस्य बेसुध पड़े हुए थे. उन्हें इलाज के लिए पीजीआईएमएस ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने 10 माह की परी को मृत घोषित कर दिया.

कैसे हुआ हादसा?: होश आने पर अनेश कुमार ने बताया कि वह घर में अपने परिवार के साथ सोया हुआ था. ठंड ज्यादा थी तो अंगीठी जला दी और दरवाजा बंद कर दिया. पत्नी फोन पर बात कर रही थी कि अचानक वह बेहोश होकर गिर गई. उसके बाद छोटी बच्ची परी को उल्टियां होने लगी. वह उठने की कोशिश कर रहा था कि वह भी अचेत अवस्था में गिर गया. उसके बाद नहीं पता की क्या हुआ. होश आने पर अपने को पीजीआई में पाया.

पुलिस की टीम मौके पर पहुंची: पुलिस जांच अधिकारी हरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली थी कि अनाज मंडी के पास एक मकान में एक परिवार के सभी सदस्य बेहोशी की अवस्था में है. सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और लोगों को घर से बाहर निकाला. जिसमें 41 वर्षीय अनेश कुमार और उसकी पत्नी 38 वर्षीय नीलम, बेटी आठ वर्षीय निशु, बेटा चार वर्षीय मान बेहोश हो गए तो वहीं 10 माह की बच्ची परी की पीजीआइ ले जाते समय मौत हो गई. पीजीआई में पोस्टमार्टम करवा कर बच्ची के शव को परिजनों को दे दिया गया. परिवार के बाकी सदस्यों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

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Last Updated : Jan 9, 2024, 3:22 PM IST
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