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खबर का असर: मजदूरी कर रही वुशु खिलाड़ी को केंद्र सरकार से मिली आर्थिक मदद - rohtak wushu player shiksha

गुरबत की जिंदगी गुजार रही रोहतक की 'गोल्डन गर्ल' को अब केंद्र सरकार ने मदद देने का ऐलान किया है. पैसों की तंगी के चलते मनरेगा में मजदूरी करने को मजबूर वुशु खिलाड़ी शिक्षा सुरलिया अब काफी खुश है. शिक्षा 5 लाख रुपये की मदद से सबसे पहले अपने गिरवी रखे घर को छुड़वाएगी.

वुशु खिलाड़ी शिक्षा
वुशु खिलाड़ी शिक्षा
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Published : Jul 31, 2020, 6:33 PM IST

Updated : Jul 31, 2020, 6:56 PM IST

रोहतक: हरियाणा सरकार और सिस्टम का शिकार हुई राष्ट्रीय वुशु खिलाड़ी को अब केंद्र सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये की मदद दी जाएगी. केंद्र सरकार द्वारा दी गई मदद से गुरबत की जिंदगी जीने को मजबूर वुशु खिलाड़ी शिक्षा सुरलिया अब काफी खुश है. वुशु खिलाड़ी ने ईटीवी भारत को बताया कि अब उसकी जिंदगी काफी खुशहाल हो सकेगी. बता दें कि, वुशु खिलाड़ी की मनरेगा में मजदूरी करने की खबर को ईटीवी ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसका अब बड़ा असर हुआ है.

आर्थिक मदद पर क्या बोली वुशु खिलाड़ी ?

वुशु खिलाड़ी शिक्षा सुरलिया ने बताया कि वो 5 लाख रुपये की मदद से सबसे पहले अपने गिरवी रखे घर को छुड़वाएगी. शिक्षा ने बताया कि उसका आधा घर अभी भी गिरवी रखा हुआ है. माता-पिता के साथ मजदूरी कर आधा घर तो छुड़वा लिया, अब आर्थिक मदद के आने से गिरवी रखे घर को छुड़वाएंगी.

ईटीवी भारत की खबर का असर, वुशु खिलाड़ी शिक्षा को मिली आर्थिक मदद.

वुशु खिलाड़ी ने बताया कि उसने अब अपनी वुशु प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. पहले वो मनरेगा में मजदूरी करती थी, लेकिन अब उसने मजदूरी छोड़ अपने खेल पर फोकस कर लिया है. वो अब रोजाना अपनी प्रैक्टिस कर रही है. शिक्षा ने बताया कि वो देश को मेडल दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी.

पिता को अपनी बेटी पर गर्व

शिक्षा वही वुशु खिलाड़ी है जो कभी अपना और अपने माता-पिता का पेट भरने के लिए मनरेगा में मजदूरी करती थी, लेकिन ईटीवी भारत द्वारा खबर दिखाने के बाद से अब शिक्षा की मदद के लिए लगातार लोग सामने आ रहे हैं. उधर शिक्षा के पिता को अपनी बेटी पर खूब गर्व है. उनका कहना है कि अब शिक्षा ही है जिसके सहारे वो बाकी की जिंदगी आराम से गुजारेंगे.

'नहीं मिली हरियाणा सरकार से कोई मदद'

वुशु खिलाड़ी शिक्षा की मानें तो अभी तक हरियाणा सरकार की तरफ से उन्हें कोई भी मदद नहीं मिली है. वहीं जब इस बारे में मुख्यमंत्री से बात की गई तो उन्होंने साफ कहा कि हर खिलाड़ी के लिए कुछ मानदंड तय किए गए हैं. जिसके आधार पर ही खिलाड़ी को मदद दी जाती है. खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने भी यही कहा कि शिक्षा के पास ऐसा कोई मेडल नहीं है जो उसे सरकारी नौकरी या पेंशन दिलवा सके, लेकिन हम आउटसोर्सिंग के जरिए शिक्षा की मदद करेंगे.

शिक्षा ने हर चैंपियनशिप में गाड़े झंडे

  • 1 बार ऑल इंडिया चैंपियनशिप में गोल्ड
  • 2 बार ऑल इंडिया चैंपियन में सिल्वर
  • 2 बार सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्ड
  • 4 बार जुनियर नेशनल में गोल्ड
  • 1 बार सब-जुनियर नेशनल में गोल्ड
  • 24 बार स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड

ये भी पढे़ं- गुरबत भरी जिंदगी जीने को मजबूर 'गोल्डन गर्ल', मनरेगा में मजदूरी कर रही वुशु खिलाड़ी

रोहतक: हरियाणा सरकार और सिस्टम का शिकार हुई राष्ट्रीय वुशु खिलाड़ी को अब केंद्र सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये की मदद दी जाएगी. केंद्र सरकार द्वारा दी गई मदद से गुरबत की जिंदगी जीने को मजबूर वुशु खिलाड़ी शिक्षा सुरलिया अब काफी खुश है. वुशु खिलाड़ी ने ईटीवी भारत को बताया कि अब उसकी जिंदगी काफी खुशहाल हो सकेगी. बता दें कि, वुशु खिलाड़ी की मनरेगा में मजदूरी करने की खबर को ईटीवी ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसका अब बड़ा असर हुआ है.

आर्थिक मदद पर क्या बोली वुशु खिलाड़ी ?

वुशु खिलाड़ी शिक्षा सुरलिया ने बताया कि वो 5 लाख रुपये की मदद से सबसे पहले अपने गिरवी रखे घर को छुड़वाएगी. शिक्षा ने बताया कि उसका आधा घर अभी भी गिरवी रखा हुआ है. माता-पिता के साथ मजदूरी कर आधा घर तो छुड़वा लिया, अब आर्थिक मदद के आने से गिरवी रखे घर को छुड़वाएंगी.

ईटीवी भारत की खबर का असर, वुशु खिलाड़ी शिक्षा को मिली आर्थिक मदद.

वुशु खिलाड़ी ने बताया कि उसने अब अपनी वुशु प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. पहले वो मनरेगा में मजदूरी करती थी, लेकिन अब उसने मजदूरी छोड़ अपने खेल पर फोकस कर लिया है. वो अब रोजाना अपनी प्रैक्टिस कर रही है. शिक्षा ने बताया कि वो देश को मेडल दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी.

पिता को अपनी बेटी पर गर्व

शिक्षा वही वुशु खिलाड़ी है जो कभी अपना और अपने माता-पिता का पेट भरने के लिए मनरेगा में मजदूरी करती थी, लेकिन ईटीवी भारत द्वारा खबर दिखाने के बाद से अब शिक्षा की मदद के लिए लगातार लोग सामने आ रहे हैं. उधर शिक्षा के पिता को अपनी बेटी पर खूब गर्व है. उनका कहना है कि अब शिक्षा ही है जिसके सहारे वो बाकी की जिंदगी आराम से गुजारेंगे.

'नहीं मिली हरियाणा सरकार से कोई मदद'

वुशु खिलाड़ी शिक्षा की मानें तो अभी तक हरियाणा सरकार की तरफ से उन्हें कोई भी मदद नहीं मिली है. वहीं जब इस बारे में मुख्यमंत्री से बात की गई तो उन्होंने साफ कहा कि हर खिलाड़ी के लिए कुछ मानदंड तय किए गए हैं. जिसके आधार पर ही खिलाड़ी को मदद दी जाती है. खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने भी यही कहा कि शिक्षा के पास ऐसा कोई मेडल नहीं है जो उसे सरकारी नौकरी या पेंशन दिलवा सके, लेकिन हम आउटसोर्सिंग के जरिए शिक्षा की मदद करेंगे.

शिक्षा ने हर चैंपियनशिप में गाड़े झंडे

  • 1 बार ऑल इंडिया चैंपियनशिप में गोल्ड
  • 2 बार ऑल इंडिया चैंपियन में सिल्वर
  • 2 बार सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्ड
  • 4 बार जुनियर नेशनल में गोल्ड
  • 1 बार सब-जुनियर नेशनल में गोल्ड
  • 24 बार स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड

ये भी पढे़ं- गुरबत भरी जिंदगी जीने को मजबूर 'गोल्डन गर्ल', मनरेगा में मजदूरी कर रही वुशु खिलाड़ी

Last Updated : Jul 31, 2020, 6:56 PM IST
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