रोहतक: स्थानीय निकाय कर्मचारियों ने अपनी मांगों के संबंध में बुधवार को नगर निगम रोहतक के परिसर में प्रदर्शन किया. निकाय कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद कर्मचारियों ने जिला निगम आयुक्त के माध्यम से सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है. नगर निकाय कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि अनियमित तौर पर काम रहे सीवरेज व सफाईकर्मियों को नियमित किया जाए और ईएसआई व ईपीएफ का लाभ मिले.
दरअसल, पिछले वर्ष अक्टूबर में स्थानीय निकाय कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 11 दिन तक हड़ताल की थी. इस हड़ताल के बाद 29 अक्टूबर को सरकार के साथ कुछ मांगों पर सहमति बन गई थी. सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर पत्र भी जारी कर दिए थे, लेकिन नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगम के अधिकारी इन मांगों को लागू नहीं कर रहे हैं. जिससे स्थानीय निकाय कर्मचारियों में रोष है.
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नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला इकाई के प्रधान संजय बिढलान का कहना है कि 12 फरवरी को करनाल में सीएम आवास का घेराव किया गया था. उस दौरान अधिकारियों ने उन्हें 15 दिन में सीएम मनोहर लाल खट्टर से बातचीत कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक बैठक के लिए कोई बुलावा नहीं आया है और न ही कोई मांग मानी गई है.
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इसके साथ ही क्षेत्रफल व आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारियों व सीवरमैन की भर्ती होनी चाहिए. कर्मचारी नेता ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो वे फिर से प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाकर अगले आंदोलन की घोषणा करेंगे. इससे आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए सरकार जिम्मेदार होगी.