रोहतक: लॉकडाउन एक और 2 की सफलता के बाद लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरु किया गयाहै. लॉकडाउन के तीसरे चरण के लागू करने के पीछे मकसद था लगातार करोना संक्रमण का बढ़ता आंकड़ा. ये लॉकडाउन इसलिए लगाया गया था ताकि लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके. लेकिन रोहतक में ऐसा देखने को नहीं मिला.
रोहतक के बाजार में उमड़ी भीड़
लॉकडाउन का तीसरा चरण लागू होने के बाद दुकानदारों को शर्तों के अनुसार कुछ छूट दी गई थी. साथ में ये हिदायत भी दी गई थी के जो दुकानदार इन नियमों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ये दावा प्रशासन की ओर से किया गया था. लेकिन जैसे ही लोगों को पता चला कि दुकानें खुलेंगी, बाजारों में लोगों की भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई. दुकानदारों ने भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया. भीड़ लगातार आम दिनों की तरह ही बढ़ती गई.
वहीं दूसरी ओर दुकानों के बाहर लगी भीड़ को काबू करने में दुकानदार भी असफल नजर आए. एक दुकानदार ने तो मीडिया को देखकर अपने ग्राहकों को ही वापस भगा दिया. जब दूसरे दुकानदार से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि लोगों को लाख समझाने के बाद भी नहीं मान रहे.
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वहीं दूसरी ओर रोहतक उपायुक्त ने भी लोगों से आग्रह किया कि वे सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखें. ये छूट सरकार की ओर से दी गई है. कोरोना वायरस ने लोगों को छूट नहीं दी है. इसलिए अपना ध्यान रखें और अपने परिवार का ध्यान रखते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन करो.