रोहतक: पूरे देश को मुश्किलों में डालने वाली तबलीगी जमात में गए लोगों को ढूंढने के सवाल पर चार जिलों के अधिकारी का अजीबो गरीब बयान सामने आया है. आयुक्त महोदय का कहना है कि तबलीगी जमात में गए लोगों को ढूंढने का खयाल वाजिब नहीं है.
आयुक्त महोदय ने तो ये भी दावा कर डाला कि उनकी रिसर्च के अनुसार कोरोना को लेकर ज्यादा लोगों के टेस्ट करने की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि उनका मेडिकल नेटवर्क इतना सक्रिय है कि ये कम्यूनिटी में नहीं फैल सकता है.
बता दें कि चार जिलों के आयुक्त डी. सुरेश एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे और जब उनसे तबलीगी जमात में शामिल हुए गांव के लोगों को सर्च करने का सवाल किया गया तो आयुक्त महोदय का जवाब हैरान करने वाला था.
उन्होंने कहा कि हर गांव में कई जातीय ऐसी रहती हैं जो मुस्मिल समुदाय से सम्बंध रखती हैं ओर मुस्मिल समाज के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होती रहती हैं.
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रोहतक मंडल आयुक्त के दावे यहीं खत्म नहीं हुए की अधिकारी महोदय ने एक ओर दावा कर डाला. मंडल आयुक्त के अनुसार उन्होंने सर्च किया है कि पीड़ित लोगों का ज्यादा टेस्ट करवाने की जरूरत ही नहीं, क्योकि हमारी सूचना और वैरिफिकेशन दुरुस्त है.
यही नहीं आयुक्त ने खुद प्रसाशन की पोल भी खोल दी. उनके अनुसार प्रसाशन का काम केवल योजना और व्यवस्था बनाना है. उन्होंने माना कि जब जरूरत होगी तो प्रसाशन भी आगे आएगा. दरअसल प्रसाशन पर आरोप लग रहे थे कि लोगों तक प्रसाशन नहीं बल्कि स्वयं समाजसेवी संस्थाएं खाना पहुंचा रही हैं और प्रसाशन केवल खोखले दावे कर रहा है.