रोहतक: लॉकडाउन के चलते प्रवासी लोगों का लगातार हो रहा पलायन सरकार और प्रसाशन के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. रोहतक से भी सैकड़ों मजदूर पलायन कर चुके हैं. वहीं बाहर से रोहतक के रास्ते जाने वाले मजदूरों की खबर प्रशासन को लगी तो रोहतक प्रशासन उनको रास्ते में ही रोक लिया. प्रशासन की ओर से इन मजदूरों को खाना खिलाया गया.
प्रवासी मजदूरों को खिलाया खाना
साथ ही प्रशासन की ओर से इस बीमारी को देखते हुए इन मजदूरों के रुकने की उचित व्यवस्था की गई है ताकि संक्रमण से इनको और इनके परिवारों बचाया जा सकते. इसके साथ ही प्रशासन की ओर से इन लोगों से सख्त लहजे में कहा गया है कि किसी को रोहतक से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. सभी के रुकने और खाने की व्यवस्था सरकार और प्रशासन की ओर से की गई है.
रोहतक में प्रवासी मजदूर
ये प्रवासी मजदूर झांसी के लिए जा रहे थे जिनको रोहतक प्रशासन ने रोक लिया. इन ढाई सौ मजदूरों को रास्ते में रोककर एक स्कूल में इनके रहने की अस्थाई व्यवस्था की गई है. जहां पर रोहतक के उपायुक्त आरएस वर्मा ने खाने की और डॉक्टर की व्यवस्था की है.
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उपायुक्त का कहना है कि ये अपने बच्चों के पास जाना चाहते हैं. इन्हें प्रशासन की तरफ से कोई दिक्कत नहीं है. प्रवासी मजदूरों से अपील से अपील गी गई है कि कोई भी प्रवासी मजदूर अपना ठिकाना न छोड़े. सबके लिए यही पर बेहतर इंतजाम किए जाएंगे.