ETV Bharat / state

रोहतक में बारिश और ओलावृष्टि: बर्बाद हुई गेहूं और सरसों की फसल, 6 इंच तक जमी बर्फ

शनिवार को रोहतक में करीब एक घंटे तक बारिश और ओलावृष्टि हुई. जिसकी वजह से गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई. किसानों ने सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग की है.

rain and hailstorm in rohtak
rain and hailstorm in rohtak
author img

By

Published : Apr 1, 2023, 8:51 PM IST

रोहतक: शनिवार को रोहतक में बारिश के साथ ओलावृष्टी हुई. जिससे गेहूं की फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो गई. पहले की बारिश की वजह से गेहूं की फसल 70 फीसदी तक खराब हो चुकी थी. शनिवार को हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों की बची उम्मीद भी खत्म हो गई. किसानों के मुताबिक करीब एक घंटे तक जिले में ओलावृष्टि हुई. जिससे की गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई.

किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने उनको सही मुआवजा नहीं दिया तो वो आत्महत्या को मजबूर हो जाएंगे. किसानों ने कहा कि पहले ही बारिश के चलते उनकी फसल बर्बाद हो चुकी थी. अब तो उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. किसानों के मुताबिक उनके खेत में 6 इंच तक ओलावृष्टि की परत जम गई. रोहतक के लाखन माजरा खंड के कई गांवों में इतनी ओलावृष्टि हुई कि खेतों और नालियों में बर्फ ही बर्फ दिखाई दी. जिसे किसानों की चिंता और बढ़ गई है.

ये भी पढ़ें- भिवानी की मंडियों में शुरू हुई गेहूं की सरकारी खरीद, जानें इस बार क्या है न्यूनतम समर्थन मूल्य

किसानों ने कहा कि उनकी आमदनी का एकमात्र जरिया खेती है. अब उनकी फसल बर्बाद हो गई है तो वो अपने परिवार का गुजारा कैसे करेंगे. किसानों ने कहा कि सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि सरसों की फसल भी ओलावृष्टि के चलते बर्बाद हो गई. हालांकि हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाने का ऐलान किया है. जिसके तहत सरकार ने किसानों से अपील की है कि वो 72 घंटों के अंदर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करें. जिसके बाद सरकार गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा राशि वितरीत करेगी.

रोहतक: शनिवार को रोहतक में बारिश के साथ ओलावृष्टी हुई. जिससे गेहूं की फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो गई. पहले की बारिश की वजह से गेहूं की फसल 70 फीसदी तक खराब हो चुकी थी. शनिवार को हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों की बची उम्मीद भी खत्म हो गई. किसानों के मुताबिक करीब एक घंटे तक जिले में ओलावृष्टि हुई. जिससे की गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई.

किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने उनको सही मुआवजा नहीं दिया तो वो आत्महत्या को मजबूर हो जाएंगे. किसानों ने कहा कि पहले ही बारिश के चलते उनकी फसल बर्बाद हो चुकी थी. अब तो उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. किसानों के मुताबिक उनके खेत में 6 इंच तक ओलावृष्टि की परत जम गई. रोहतक के लाखन माजरा खंड के कई गांवों में इतनी ओलावृष्टि हुई कि खेतों और नालियों में बर्फ ही बर्फ दिखाई दी. जिसे किसानों की चिंता और बढ़ गई है.

ये भी पढ़ें- भिवानी की मंडियों में शुरू हुई गेहूं की सरकारी खरीद, जानें इस बार क्या है न्यूनतम समर्थन मूल्य

किसानों ने कहा कि उनकी आमदनी का एकमात्र जरिया खेती है. अब उनकी फसल बर्बाद हो गई है तो वो अपने परिवार का गुजारा कैसे करेंगे. किसानों ने कहा कि सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि सरसों की फसल भी ओलावृष्टि के चलते बर्बाद हो गई. हालांकि हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाने का ऐलान किया है. जिसके तहत सरकार ने किसानों से अपील की है कि वो 72 घंटों के अंदर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करें. जिसके बाद सरकार गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा राशि वितरीत करेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.