रोहतक: शनिवार को रोहतक में बारिश के साथ ओलावृष्टी हुई. जिससे गेहूं की फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो गई. पहले की बारिश की वजह से गेहूं की फसल 70 फीसदी तक खराब हो चुकी थी. शनिवार को हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों की बची उम्मीद भी खत्म हो गई. किसानों के मुताबिक करीब एक घंटे तक जिले में ओलावृष्टि हुई. जिससे की गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई.
किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने उनको सही मुआवजा नहीं दिया तो वो आत्महत्या को मजबूर हो जाएंगे. किसानों ने कहा कि पहले ही बारिश के चलते उनकी फसल बर्बाद हो चुकी थी. अब तो उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. किसानों के मुताबिक उनके खेत में 6 इंच तक ओलावृष्टि की परत जम गई. रोहतक के लाखन माजरा खंड के कई गांवों में इतनी ओलावृष्टि हुई कि खेतों और नालियों में बर्फ ही बर्फ दिखाई दी. जिसे किसानों की चिंता और बढ़ गई है.
किसानों ने कहा कि उनकी आमदनी का एकमात्र जरिया खेती है. अब उनकी फसल बर्बाद हो गई है तो वो अपने परिवार का गुजारा कैसे करेंगे. किसानों ने कहा कि सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि सरसों की फसल भी ओलावृष्टि के चलते बर्बाद हो गई. हालांकि हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाने का ऐलान किया है. जिसके तहत सरकार ने किसानों से अपील की है कि वो 72 घंटों के अंदर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करें. जिसके बाद सरकार गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा राशि वितरीत करेगी.