रोहतक: आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी चल रही है. 15 फरवरी को महर्षि दयानंद सरस्वती जन्म-द्विशताब्दी कार्यक्रम श्रृंखला का शुभारंभ होगा. इस अवसर पर महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में होने वाले समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि होंगे, जबकि इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत करेंगे.
वहीं, इस कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित डॉ. सुकामा विशिष्ट अतिथि होंगी. आगामी दो वर्ष तक आयोजित किए जाने वाले-युवा भारत-युवा बोध अभियान का भी इस दौरान शुभारंभ किया जाएगा. महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. राजबीर सिंह ने रविवार को इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली. बैठक के हाद उन्होंने बताया कि इस जयंती कार्यक्रम से वर्ष 2024 तक यूनिवर्सिटी महर्षि दयानंद सरस्वती के जन्म के द्विशताब्दी के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन करेगा.
वीसी ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन और दर्शन से प्रेरित ये कार्यक्रम सभी यूनिवर्सिटी समुदाय में नव-जागरण का शंखनाद करेगा. उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद जयंती समारोह फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के मैदान में आयोजित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस के विभिन्न वर्गों समेत एमडीयू से संबद्ध 231 महाविद्यालयों की भागीदारी रहेगी.
इस कार्यक्रम में प्राध्यापक, गैर शिक्षक कर्मी, शोधार्थी-विद्यार्थी, एनएसएस और वाईआरसी वॉलंटियर्स, एनसीसी कैड्टस भाग लेंगे. इसके साथ ही इस कार्यक्रम में आर्य समाज और गुरुकूल के प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. बैठक में प्रमुख तौर पर रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन एकेडमिक एफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार, डीन स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार के साथ कई अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए.
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