रोहतक: रोहतक की छोरी पिंकी ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गुरूवार को 55 किलोग्राम वजन वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर रोहतक ही नहीं बल्कि पूरे भारत का नाम रौशन किया है. पिंकी के गोल्ड जीतने से भारत ने एशियाई चैंपियनशिप की महिला स्पर्धाओं में पहले दिन दबदबा बनाया.
मेजबानों के लिए दिन यादगार रहा जिसमें भारतीय पहलवान पांच में से चार के फाइनल में पहुंची. दिल्ली में चल रही एशियाई चैंपियनशिप में भारत के खिलाड़ियों ने शुरू से ही अपना दबदबा बनाया है. वहीं पहलवान पिंकी ने कहा कि मेरा लक्ष्य अब टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड लाना है.
अब ओलंपिक में गोल्ड लाना है मकसद- पिंकी
वहीं बेटी के गोल्ड जीतने से पिंकी का परिवार खुश है और वो भी अब पिंकी को ओलंपिक में गोल्ड जीतने देखना चाहते हैं. बता दें कि पिंकी ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 55 किग्रा में फाइनल में मंगोलिया की डुलगुन बोलोरमा को हराकर स्वर्ण पदक जीता. पिंकी ने केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में बोलोरमा को 2-1 से हराया और इस टूर्नामेंट के इतिहास में स्वर्ण पदक जीता.
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पिंकी ने पहले दौर में उज्बेकिस्तान की शाकिदा अखमेदोवा को चित किया, लेकिन वो अगले दौर में जापान की काना हिगाशिकावा से हार गई. पिंकी ने इसके बाद सेमीफाइनल मे मारिना जुयेवा को 6-0 से शिकस्त देकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई.
पिंकी ने सरकार की खेल नीति पर उठाए सवाल
वहीं इस बारे में जब पिंकी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो अब उनका लक्ष्य ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. इसके साथ ही पिंकी ने हरियाणा सरकार की खेल निति पर सवाल भी उठाए. उन्होंने कहा कि वो 5 साल से गोल्ड मेडल जीत कर देश का नाम रौशन कर रही हैं, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें अभीतक नौकरी नहीं दी गई है. इसके साथ ही पिंकी ने सरकार से ये भी अनुरोध किया कि उन्हें उनके टैलेंट के बूते पर सरकारी नौकरी दी जाएगा, ताकि वो अपने खेल पर और अच्छे से ध्यान दे सके.