रोहतकः कृषि कानूनों के विरोध में किसान 15 दिनों से धरने पर बैठे हैं. इस दौरान किसानों ने हाइवे और दिल्ली जाम का भी ऐलान किया है. किसानों के इस ऐलान के बाद बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष ओपी धनखड़ का बयान सामने आया है. ओपी धनखड़ का कहना है कि लोकतंत्र संवाद से आगे बढ़ता है. जहां सरकार किसान जत्थों की मांग मान रही है तो वहीं किसानों को भी आगे आने की जरूरत है.
किसान आंदोलन के दौरान किसानों द्वारा दिल्ली और तमाम हाईवे को जाम करने के ऐलान के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ खुलकर मीडिया के सामने आए हैं. ओपी धनखड़ को लगता है कि सरकार ने किसानों की सारी आशंकाओं को दूर कर दिया है. ओपी धनखड़ का ये भी मानना है कि जितना हो सकता था सरकार आगे बढ़ी. अब किसानों को आगे आकर इस बिल को स्वीकार कर लेना चाहिए.
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ओपी धनखड़ ने किसान आंदोलन में राजनीतिक नेताओं की मौजूदगी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोग केवल अपनी रोटियां सेकने की होड़ में लगे हुए हैं. ऐसे में किसानों को समझना चाहिए कि विपक्ष केवल उन्हें बरगलाने का काम कर रहा है.
बता दें आज किसान आंदोलन का 15वां दिन है. वहीं किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों में संशोधन करने के सरकार के प्रस्ताव को बुधवार को खारिज कर दिया और कहा कि वे शनिवार को जयपुर-दिल्ली और दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस-वे को बंद करेंगे तथा आंदोलन को तेज करते हुए 14 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे. किसान नेताओं ने कहा कि वे 14 दिसंबर को भाजपा के मंत्रियों, पार्टी के जिला कार्यालयों का घेराव करेंगे और पार्टी के नेताओं का बहिष्कार करेंगे.