रोहतक: आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने बुधवार को रोहतक में रावण दरबार (ravan darbar in rohtak) लगाकर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया. खास बात ये रही कि इस दरबार में रावण की भूमिका खुद नवीन जयहिंद ने अदा की, जबकि प्रतिकात्मक तौर सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज समेत मंत्रिमंडल के तमाम मंत्रियों के मुखौटे पहनकर लोग बैठाए गए.
इस दौरान उन सभी से सवाल किए गए और सरकार की नाकामियों के बारे में पूछा गया. इस दरबार में 102 वर्षीय दुलीचंद भी मौजूद रहे, जो बुढ़ापा पेंशन काटे जाने के बाद रोहतक में अपनी बारात निकालकर चर्चा में आए थे. इस दरबार में प्रदेश भर के कई जिलों से पीड़ित लोग पहुंचे, जिनकी पेंशन कोई ना कोई कारण बताकर काट दी गई है. पीड़ितों ने रावण दरबार में प्रस्तुत होकर अपनी परेशानी बताई. बाद में रावण की बजाय सरकार के पुतले का दहन किया गया.
नवीन जयहिंद ने कहा कि हरियाणा सरकार ने आज जनता को इतना दुखी कर दिया हैं कि उन्हें इस दशहरा (dussehra festival in rohtak) 1 में सरकार का पुतला दहन करना ज्यादा सही लगा, क्योंकि रावण राज्य में तो लंका के लोगों के पास भी अपने खुद के घर होते थे, लेकिन ये सरकार तो हमारे अपने ही घर तोड़ने पर लगी है. नवीन जयहिंद ने गांधरा गांव के 102 वर्षीय दुलीचंद का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था.
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उनकी पेंशन भी मृत घोषित कर काट दी गई थी. फिर दुलीचंद ने खुद को जिंदा घोषित करने के लिए बाकायदा रथ पर रोहतक शहर में बारात निकाली. इस दौरान साथ में ग्रामीण नाचते और नोट उड़ाते हुए चले. बाद में पूर्व मंत्री व भाजपा नेता मनीष ग्रोवर को ज्ञापन सौंपा. पूर्व मंत्री ने एडीसी महेंद्र पाल को बुलाकर मामले की जांच के लिए कहा. खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के संज्ञान में ये मामला आया. तब कहीं जाकर दुलीचंद की बुढ़ापा पेंशन दोबारा शुरू हुई.