रोहतक: पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआई) में हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. कोरोना काल में लगे लॉकडाउन का असर इन छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा है. हालांकि पीजीआई प्रशासन की ओर से इन छात्रों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था की गई थी, लेकिन छात्र इस ऑनलाइन पढ़ाई के सिस्टम से ज्यादा खुश नजर नहीं आ रहे हैं.
एमबीबीएस के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
जब ईटीवी भारत की टीम ने इन छात्रों से बात की, तो पारुल नाम की एमबीबीएस की छात्रा ने बताया कि उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रेक्टिकल आधारित है. सरकार ने ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था तो की है, लेकिन थ्योरी क्लासेस के साथ प्रेक्टिकल भी करने होते हैं. जो लॉकडाउन की वजह से छूटे हुए हैं. साथ ही छात्रा ने लोगों से अपील की कि वो कोरोना की गंभीरता को समझते हुए घरों में रहें. कोरोना से बचने का बस यही एक उपाय है.
वहीं एमबीबीएस की छात्रा सुमन का कहना है कि कोरोना की वजह से पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. जो बात क्लास में बैठकर पढ़ने में है वो ऑनलाइन पढ़ाई में नहीं. हालांकि वो पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि पढ़ाई में कोई परेशानी ना हो, लेकिन प्रेक्टिकल पार्ट और इंटर्नशिप ये दोनों तो पूरी तरह से छूट गए हैं. इनको रिकवर करने में बहुत समय लगेगा.
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जब इस बारे में पीजीआई के प्रोफेसर रजिस्ट्रार एचके अग्रवा से बात की तो उन्होंने बताया कि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था की है. इसके अच्छे रिजल्ट भी आ रहे हैं. अधिकतर छात्र हर रोज कक्षाएं अटेंड कर रहे हैं. फिलहाल छात्रों की सुरक्षा जरूरी है. जिसको देखते हुए छात्रों की ऑनलाइन क्लासेस कराई गई हैं. साथ ही जो बच्चे अपने प्रश्न भी अध्यापकों से पूछते हैं. उनके जवाब भी प्रोफेसर देते हैं.