रोहतक: पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता कृष्णमूर्ति हुड्डा अब गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के गांव मकड़ौली कलां में जनसभा करेंगे. यह जनसभा दिसंबर या फरवरी माह में होगी. इस जनसभा में SRK(शैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी) को आमंत्रित किया जाएगा. गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है. वर्तमान में इसी विधानसभा क्षेत्र से हुड्डा कांग्रेस विधायक हैं. वे हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भी हैं. पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने पिछले काफी समय से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
जनसभा में कांग्रेस दिग्ग्जों को निमंत्रण: रविवार को पूर्व मंत्री ने स्थानीय झज्जर रोड स्थित आवास के सामने भारत टेक कन्या स्कूल में समर्थकों की बैठक बुलाई. इस बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के गांव मकड़ौली कलां में जनसभा की जाए. बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता दलीप सिंह हुड्डा ने की. कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव कुमारी सैलजा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला व विधायक किरण चौधरी से मुलाकात कर जनसभा में आमंत्रित करेंगे.
भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना: इसी के साथ पूर्व मंत्री ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व उनके सांसद पुत्र ने पुराने रोहतक जिले की लीडरशिप खत्म कर दी है. जिससे पुराने रोहतक जिले के आम आदमियों को नुकसान हुआ है. किसी नए नेता को उभरने नहीं दिया जाता है या तो उसका टिकट काट दिया जाता है, या फिर टिकट देकर चुनाव हरवा दिया जाता है.
'पार्टी के आलाकमान तय करेंगे सीएम पद': झज्जर जिले व सोनीपत जिले के एक-एक विधायक ऐसे हैं, जो 5-6 बार विधायक बन गए. लेकिन पिता-पुत्र के कारण मंत्री नहीं बन पाये. कांग्रेस में किसी को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है. कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रदेश में 4 उपमुख्यमंत्री बनाने के भूपेंद्र सिंह हुड्डा की घोषणा पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या मंत्री बनाना कांग्रेस पार्टी के आलाकमान का काम है.
'अवैध घोषणाओं पर लगाम लगाए हुड्डा': भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इस प्रकार की घोषणा करने का कोई अधिकार नहीं है. अब उप मुख्यमंत्री बनाने के बयान को 3 बार बदला, जिससे सिद्ध होता है कहीं पूर्व मुख्यमंत्री मानसिक संतुलन खो चुके हैं. अभी उपमुख्यमंत्री के बयान को भविष्य में कितनी बार और बदलेगें. कांग्रेस आलाकमान को इस प्रकार की अवैध घोषणाओं पर लगाम लगानी चाहिए.
'बीजेपी के ब्राह्मण नेताओं से हारे पिता-पुत्र': पूर्व मंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अपनी व अपने सांसद पुत्र की सीट को बचाने के लिए इस प्रकार की घोषणाएं कर रहे हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा के चुनाव में पिता-पुत्र दोनों लोकसभा चुनाव भाजपा के ब्राह्मण नेताओं से हार गए थे. इसलिए उन्हें ब्राह्मण सम्मेलन करना पड़ा. कांग्रेस पार्टी जब तक संगठित नहीं होगी, तब तक हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में नहीं आ सकती.