भिवानीः अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है. भिवानी में जाट नेता गंगाराम श्योराण ने कहा कि दिसंबर तक गठबंधन सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो अगले साल नए सिरे से आंदोलन शुरू किया जाएगा. साथ ही कहा कि जिन नेताओं ने प्रदेश का भाईचारा खराब किया और आंदोलन में रोड़े अटाकाए थे, जनता ने उन्हे घर बैठाने का काम किया है.
एकजुट होगा पूरा सामाज- श्योराण
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव गंगाराम श्योराण ने अपने आवास पर आयोजित बैठक की. बैठक में बताया कि 24 नवंबर को रोहतक में दीनबंधु छोटूराम की 139वीं जयंती और छोटूराम धाम की तीसरी वर्षगांठ मनाई जाएगी. इस दिन 10 प्रदेशों से समाज के लोग यहां एक जुट होंगें और उसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें अगले साल होने वाले आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
कादियान का जताया आभार
श्योराण ने कहा कि बीजेपी सरकार ने उनकी कुछ मांगे मान ली थी, जिसमें आंदोलन के दौरान मृतकों व घायलों को मुआवजा देना. वहीं आज भी उनकी मुख्य मांगे लंबित हैं, जिनमें आंदोलन के दौरान हुए केस वापस लेने तथा केंद्र व प्रदेश में बीसी (बी) में आरक्षण लेना है. साथ ही उन्होंने आंदोलन के दौरान हुए केस वापस लेने की विधानसभा में मांग उठाने पर कांग्रेस विधायक रघुबीर सिंह कादयान का आभार जताया.
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दिसंबर तक दिया अल्टिमेटम
गंगाराम श्योराण ने कहा कि जिन नेताओं ने आंदोलन के दौरान भाईचारा खराब करने का काम किया था, उन नेताओं को जनता ने चुनावों में घर बैठाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि दिसंबर तक गठबंधन सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो फिर अगले साल आंदोलन शुरु करने की रणनीति बनाई जाएगी.