रोहतक: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chadhuni in Rohtak ) शुक्रवार को भाली आनंदपुर शुगर मिल के बाहर दिए जा रहे किसानों के धरनास्थल (farmers protest at sugar mill in Rohtak) पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने 10 जनवरी को करनाल में होने वाली महापंचायत का न्यौता दिया. उन्होंने किसानों का आहृवान करते हुए कहा कि 9 जनवरी तक शुगर मिलों के बाहर चलने वाले धरना प्रदर्शन में सभी किसान बढ़-चढ़कर भाग लें.
भारतीय किसान यूनियन चढूनी की ओर से प्रदेश की शुगर मिलों पर गन्ने का रेट 450 रुपए प्रति क्विंटल करवाने की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान अपनी मांग को लेकर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक कांटा बंद कर गन्ना तुलाई का काम रोक रहे हैं. इसी क्रम में यहां महम व भाली आनंदपुर शुगर मिल के बाहर धरना दिया जा रहा है. गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार को चेतावनी दी कि गन्ने का रेट बढाया जाए, अन्यथा 10 जनवरी को करनाल महापंचायत में अहम फैसला लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
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चढूनी ने कहा कि मशीन द्वारा कटाई किए गए गन्ने पर लगने वाली काट सरकार ने बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दी है, जबकि पंजाब में काट केवल 3 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 4.5 प्रतिशत है. हरियाणा सरकार ने काट बढ़ाकर 7 प्रतिशत की है. हरियाणा सरकार गन्ना किसानों के साथ अन्याय कर रही है. मिल में पिराई शुरू होने के बाद भी अभी तक गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया गया है और मौजूदा रेट हरियाणा प्रदेश में बेहद कम है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मौजूदा पिराई सत्र के लिए गन्ने का रेट बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल किया जाए.
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इसके साथ ही उन्होंने काट को 7 प्रतिशत से कम करके पंजाब की तर्ज पर 3 प्रतिशत करने की भी मांग की. जिससे गन्ना किसान घाटे में न जाए. उन्होंने कहा कि कभी हरियाणा में गन्ने का रेट सबसे अधिक होता था. लेकिन इस बार पंजाब में गन्ना रेट 380 रुपए प्रति क्विंटल और हरियाणा में केवल 362 रुपए प्रति क्विंटल है. किसान नेता ने कहा कि रेट बढ़ाने को लेकर सरकार से कई बार मांग की जा चुकी है और वे कई चिट्ठी भी लिख चुके हैं. इसके बावजूद सरकार ने अभी तक इस पर कोई विचार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि अबकी बार तो गन्ने का रेट और अधिक बढ़ना चाहिए था, क्योंकि चीनी बनाने के बाद बचने वाले वेस्ट का भाव 400 रुपए है और गन्ने का भाव 362 रुपए ही है.