रोहतक: महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के मेघना हॉस्टल के कमरे में छात्रा के खुदकुशी करने के मामले में एक युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पीजीआईएमएस पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत में छात्रा के पिता ने बेटी की खुदकुशी के लिए कॉलेज के एक छात्र को जिम्मेदार ठहराया है. गौरतलब है कि चरखी दादरी के रानीला की दीक्षा महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में एमएससी की छात्रा थी. वह मेघना हॉस्टल में रह रही थी.
छात्रा दीक्षा ने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात करीब सवा आठ बजे हॉस्टल की वार्डन ने उसके पिता भरत सिंह को मोबाइल फोन नंबर पर कॉल कर जल्द हॉस्टल पहुंचने को कहा. जिसके बाद भरत सिंह अपने पड़ोसी पवन कुमार और मौसी के बेटे इंद्रगढ़ निवासी सुभाष के साथ महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में हॉस्टल पहुंचा. हॉस्टल के बाहर भारी भीड़ जमा थी.
हॉस्टल के कमरे का शीशा तोड़कर देखा गया तो दीक्षा आत्महत्या कर चुकी थी. कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा गया तो दीक्षा की मौत हो चुकी थी. पिता भरत सिंह ने इस बारे में पूछताछ की तो पता चला कि दीपांशु नाम का युवक दीक्षा को परेशान कर रहा था. भरत सिंह के मुताबिक शायद इसी वजह से उसकी बेटी ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है. मौके पर पहुंची पीजीआईएमएस पुलिस स्टेशन की टीम ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. अब इस मामले में पिता की शिकायत पर युवक दीपांशु के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया.
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