रोहतक: खराब फसल के मुआवजे की मांग को लेकर बुधवार को 4 जिलों के किसानों ने अर्धनग्न होकर शहर रोहतक में प्रदर्शन किया. इन किसानों ने खुद को जंजीरों में बांध रखा था. प्रदर्शन के माध्यम से किसानों ने मुआवजा और कर्ज का मुद्दा उठाया गया. बाद में रोहतक मंडल के कमिश्नर के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा गया. किसानों के इस प्रदर्शन के चलते शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
इससे पहले विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े रोहतक, झज्जर, भिवानी और चरखी दादरी जिले के किसान शहर के देवीलाल पार्क में एकत्रित हुए. इस दौरान किसानों की कई समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. उसके बाद तय किया गया कि कमिश्नर ऑफिस तक अर्धनग्न हालत में खुद को जंजीरों में बांधकर प्रदर्शन किया जाए ताकि प्रदेश सरकार तक मजबूती से आवाज पहुंचाई जा सके.
इसके बाद किसान दिल्ली बाईपास से होते हुए कमिश्नर ऑफिस पहुंचे. प्रदर्शन की अगुवाई किसान नेता सुरेश कौंथ और भारतीय किसान यूनियन की महिला जिलाध्यक्ष मोनिका रमन नैन ने की. किसी भी अप्रिय हालात से निपटने के लिए कमिश्नर ऑफिस के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को कमिश्नर ऑफिस के अंदर जाने से रोक दिया. जिससे कुछ देर के लिए तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई.
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बाद में कमिश्नर अपने ऑफिस से बाहर आए और किसानों से चर्चा के बाद ज्ञापन लिया. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही है. यही वजह है कि किसानों की तमाम मांगे लंबित हैं. किसानों को फसल खराबे से हुए नुकसान का मुआवजा तक नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से वो प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं. सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है.
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