ETV Bharat / state

रोहतक में गन्ने का सही भाव नहीं मिलने से किसान मायूस

समय से पहले गन्ना मिल चालू होने से जहां किसान खुश हैं. वहीं किसानों में गन्ने के भाव को लेकर मायूसी भी है. किसानों ने मांग की है कि गन्ने का भाव 400 रुपये से ज्यादा किया जाए. ताकि किसानों को कुछ फायदा हो सके.

farmers demand to increase sugarcane rate in rohtak
समय से मिल चलने से रोहतक के किसानों में खुशी,पर गन्ने के भाव कम मिलने से मायूस
author img

By

Published : Nov 8, 2020, 4:13 PM IST

रोहतक: समय से पंद्रह दिन पहले गन्ना मिल चालू होने से किसानों में खुशी तो है, लेकिन भाव को लेकर अब भी मायूसी छाई हुई है. किसानों के अनुसार गन्ने का भाव 400 रुपये के पार हो तो राहत जरूर मिल सकती है.

गौरतलब है कि शनिवार को राज्य सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने भी गन्ने के भाव बढ़ाने के संकेत दिए थे. जिसके चलते चंडीगढ़ में मीटिंग हुई. किसान उम्मीद कर रहे हैं कि गन्ने के भाव बढ़ सकते हैं. वहीं समय से पहले मिल चलने से अब किसान अपनी अगली फसल की बुआई भी कर सकेगा.

रोहतक में गन्ने का सही भाव नहीं मिलने से किसान मायूस

इस संबंध में किसानों का कहना है कि गन्ने की खेती में प्रति एकड़ 50 से 60 हजार रुपये का खर्चा जाता है, लेकिन भाव कम होने के कारण किसानों को बचत नहीं हो पाती. किसानों ने कहा कि गन्ने की बुवाई से लेकर कटाई तक लेबर द्वारा काम होता है और भाव कम मिलने के चलते अब गन्ने की फसल घाटे का सौदा बनती जा रही है.

क्या कहा था मंत्री बनवारी लाल ने?

राज्य सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल ने शनिवार को मिल में पिराई सत्र का उद्घाटन किया था. इस बार विशेष ये था कि शुगर मील समय से 15 दिन पहले शुरू की गई है. ताकि किसान अपनी अगली फसल की बुवाई कर सके और किसानों को दोहरा फायदा हो सके.

डॉ बनवारी लाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए गन्ने के भाव बढ़ाने के संकेत दिए थे. जिसके चलते किसान सरकार से उम्मीद कर रहा है कि गन्ने के भाव बढ़ सके. समय से पहले मिल चलने से किसान तो बेहद खुश है, लेकिन कहीं ना कहीं गन्ने के उचित भाव ना मिलने से मायूस भी हैं. किसानों के अनुसार भाव कम और लागत ज्यादा हो रही है. जिसके कारण किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है.

ये भी पढ़ें: पटाखों पर बैन से व्यापारी नाराज, क्या सरकार को कुछ महीने पहले लगानी चाहिए थी रोक?

रोहतक: समय से पंद्रह दिन पहले गन्ना मिल चालू होने से किसानों में खुशी तो है, लेकिन भाव को लेकर अब भी मायूसी छाई हुई है. किसानों के अनुसार गन्ने का भाव 400 रुपये के पार हो तो राहत जरूर मिल सकती है.

गौरतलब है कि शनिवार को राज्य सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने भी गन्ने के भाव बढ़ाने के संकेत दिए थे. जिसके चलते चंडीगढ़ में मीटिंग हुई. किसान उम्मीद कर रहे हैं कि गन्ने के भाव बढ़ सकते हैं. वहीं समय से पहले मिल चलने से अब किसान अपनी अगली फसल की बुआई भी कर सकेगा.

रोहतक में गन्ने का सही भाव नहीं मिलने से किसान मायूस

इस संबंध में किसानों का कहना है कि गन्ने की खेती में प्रति एकड़ 50 से 60 हजार रुपये का खर्चा जाता है, लेकिन भाव कम होने के कारण किसानों को बचत नहीं हो पाती. किसानों ने कहा कि गन्ने की बुवाई से लेकर कटाई तक लेबर द्वारा काम होता है और भाव कम मिलने के चलते अब गन्ने की फसल घाटे का सौदा बनती जा रही है.

क्या कहा था मंत्री बनवारी लाल ने?

राज्य सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल ने शनिवार को मिल में पिराई सत्र का उद्घाटन किया था. इस बार विशेष ये था कि शुगर मील समय से 15 दिन पहले शुरू की गई है. ताकि किसान अपनी अगली फसल की बुवाई कर सके और किसानों को दोहरा फायदा हो सके.

डॉ बनवारी लाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए गन्ने के भाव बढ़ाने के संकेत दिए थे. जिसके चलते किसान सरकार से उम्मीद कर रहा है कि गन्ने के भाव बढ़ सके. समय से पहले मिल चलने से किसान तो बेहद खुश है, लेकिन कहीं ना कहीं गन्ने के उचित भाव ना मिलने से मायूस भी हैं. किसानों के अनुसार भाव कम और लागत ज्यादा हो रही है. जिसके कारण किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है.

ये भी पढ़ें: पटाखों पर बैन से व्यापारी नाराज, क्या सरकार को कुछ महीने पहले लगानी चाहिए थी रोक?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.