रोहतक: मंगलवार को पीजीआई में कॉउंसलिंग के लिए आए छात्रों के अभिभावकों ने पीजीआई डायरेक्टर ऑफिस के बाहर जमकर हंगामा किया. अभिभावकों का आरोप है कि कड़कड़ाती ठंड में सुबह 9 बजे ही कॉउंसलिंग के लिए बुला लिया गया, लेकिन दोपहर के 3 बजे तक कॉउंसलिंग हुई ही नहीं. वहीं डॉक्टरों से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि कोई बच्चा कॉउंसलिंग के लिए ना रह जाए इसलिए थोड़ा देरी से कॉउंसलिंग की शुरुआत करने का फैसला लिया गया था.
अभिभावकों ने डॉक्टरों पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया. परिजनों का कहना था कि जो मेरिट लिस्ट में बच्चे हैं वो सुबह से भूखे हैं लेकिन डॉक्टर उनकी बजाय कम नंबर वाले स्टूडेंट्स को बुला रहे हैं. गुस्साए अभिभावकों ने डायरेक्टर ऑफिस के बाहर जमकर बवाल काटा और पीजीआई प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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इस मामले में डॉक्टर लोचब का कहना था कि ठंड का समय था और बच्चे काउंसलिंग में समय से पहुंच पाए इसलिए काउंसलिंग को लेट कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग में बच्चों का यहां मौजूद होना जरूरी है क्योंकि ये काउंसलिंग ऑनलाइन नहीं है. उन्होंने कहा कि अभिभावकों को समझा दिया गया है फिलहाल मामला शांत है.
गौरतलब है कि मंगलवार को एमबीबीएस छात्रों की काउंसलिंग होनी थी जिसमें पीजीआई प्रशासन की तरफ से सुबह 9 बजे का वक्त रखा गया था लेकिन 3 बजे तक काउंसलिंग नहीं हो पाई जिसको लेकर अभिभावक बिफर गए और जमकर बवाल काटा.