रोहतक: प्रदेश सरकार ने हड़ताल कर रहे अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों पर एस्मा यानि एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट लगा दिया है. जिसके तहत अब इन कर्मचारियों के हड़ताल करने पर सरकार कार्रवाई करेगी. दरअसल नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले प्रदेश भर में चल रही हड़ताल में अग्निशमन के कर्मचारी भी शामिल हैं. शुक्रवार को संघ से जुड़े कर्मचारियों ने अंबेडकर चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और एस्मा की प्रतियां (ESMA protest in rohtak) जलाई. बता दें कि कर्मचारियों की यह हड़ताल 23 अक्टूबर तक जारी रहेगी. वहीं, दीपावली पर कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. हड़ताल के चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लगने शुरू हो गए हैं.
संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री की अगुवाई में प्रदेश भर में लंबे समय से कर्मचारी अपनी 16 सूत्री मांगाों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. कई बार सरकार को मांग पत्र दिया जा चुका है, लेकिन अब तक मांगों को नहीं माना गया है. जिससे कर्मचारियों में रोष बना हुआ है. शास्त्री ने कहा कि सरकार एस्मा लगाकर कर्मचारियों को डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन वह डरने वाले नहीं (esma act protest in rohtak) हैं.
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नरेश कुमार शास्त्री ने बताया कि कर्मचारियों ने इससे पहले भी एस्मा कानून का विरोध किया था. जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब तक सभी कर्मचारी अपनी हड़ताल जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि अब वे पीछे हटने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि दो साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कर्मचारी गठबंधन सरकार का जमकर विरोध करेंगे. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भी कर्मचारियों पर एस्मा लगाए जाने का विरोध (Firefighters protest in Rohtak) किया है.
पार्टी के राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जब अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने सरकार को पहले ही जानकारी दे दी है कि हड़ताल के बावजूद भी वह आग लगने की घटना पर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे, तो एस्मा लागू किए जाने की जरूरत ही नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के लिए हरियाणा सरकार स्वयं जिम्मेदार है. यह कर्मचारी लंबे समय से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार ने समय रहते उनकी मांगों के समाधान के लिए कोई कदम ( protest against implementation of ESMA in Rohtak) नहीं उठाया है.