रोहतक: हरियाणा का रोहतक ज़िला डरा और सहमा हुआ है. आए दिन हो रही हत्याओं ने लोगों के मन में खौफ पैदा कर दिया है. सिर्फ फरवरी महीने में ही 8 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. इन हत्याओं को एक साथ सिर्फ एक ही बात जोड़ती है, कि ज्यादातर मर्डर खिलाड़ियों के हुए. चलिए आपको बताते हैं कि हत्याओं का ये सिलसिला आखिर शुरू कहां से हुआ.
अखाड़े के विवाद में 5 पहलवानों की गोली मारकर हत्या
दिन था शुक्रवार और तारीख 12 फरवरी. जाट कॉलेज में सुखविंद्र की सनक ने 1 नहीं, 2 नहीं बल्कि 5 बेकसूरों की हत्या कर दी. अखाड़ा गोलियों की आवाज से गूंज उठा. इस वारदात में एक मासूम बच्चे को भी गोली लगी. वो भी अस्पताल में अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया. सुखविंद्र की सनक जिसने 6 बेकसूरों को मौत के घाट उतार दिया.
महिला वेटलिफ्टर की चाकू से गोदकर हत्या
अब आपको लिए चलते रोहतक की किलोई-रिठाल नहर के पास. ये वही नहर है जहां भोपाल की नेशनल वेटलिफ्टर दिव्या का शव मिला था. इस वारदात का सार है प्यार, इकरार और फिर हत्या. बता दें, दिव्या की पहचान रोहतक के वेट लिफ्टर कोच भगत सिंह से हुई. इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और फिर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने.
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जिसके बाद दिव्या भगत सिंह पर शादी का दबाव बनाने लगी. यही वजह दिव्या की हत्या का कारण बनी. आरोपी भगत सिंह पहले से ही शादी शुदा था. इसलिए वो दिव्या से संबंध नहीं रखना चाहता था. 18 फरवरी को ये झगड़ा इतना बढ़ गया कि दिव्या भगत सिंह के साथ भोपाल से रोहतक आ गई. इसके बाद भगत सिंह उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर किलोई-रिठाल नहर के पास ले गया. वहां उसकी गला रेत कर हत्या कर दी.
रोहतक में 'खूनी दंगल'
मात्र कुछ दिनों में हुई इन हत्याओं से पुलिस महकमा सकते में है. पुलिस पर दबाव है कि अपराधियों पर जल्द से जल्द शिकंजा कसा जाए. इन हत्याओं पर ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने रोहतक डीएसपी गोरखपाल राणा से बात की. डीएसपी ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने अपराधियों को काबू करना शुरू कर दिया है. हर तरफ चौकसी बढ़ा दी गई है. साथ ही कॉलेजों में भी पुलिस नजर रख रही है.
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