रोहतक: जिले में कोरोना से एक डॉक्टर की मौत का मामला सामने आया है. बता दें कि रोहतक पीजीआई में डीएनए टेस्टिंग से बीटा थैलेसीमिया का पता लगाने वाले डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई है.
बताया जा रहा है कि डॉक्टर का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर उन्हें परेशानी हुई थी. बता दें कि पीजीआई में बायो टेक्नोलॉजी के डॉक्टर दयाशंकर की तबीयत रविवार देर रात अचानक बिगड़ गई. उन्हें सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगी. डॉक्टर को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में लाया गया. लेकिन यहां पर भी डॉक्टर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ नहीं पाया और ट्रॉमा सेंटर में पहुंचने के 15 मिनट बाद ही डॉक्टर की मौत हो गई. बता दें कि डॉक्टर का कोविड-19 नियमों के तहत अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
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मृतक डॉक्टर के परिजनों ने संस्थान पर आरोप लगाते हुए कहा कि खुद डॉक्टर के लिए भी ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. जिसके चलते डॉक्टर की मौत हो गई. वहीं इस मामले पर पीजीआई प्रबंधक की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
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बता दें कि मृतक डॉक्टर के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. डॉक्टर ने फैमिली स्क्रीनिंग किए जाने पर भी काम किया. जिससे शादी से पहले वर-वधू दोनों के रक्त की जांच करवा कर बीमारी का पता लगा सकें. जिससे होने वाली संतान तक बीमारी ना पहुंच सके.