रोहतक: जानलेवा कोरोना वायरस चमगादड़ में पाया गया है लेकिन ये वायरस सीधे इंसान में नही आता ये कहना है पीजीआईएमएस के प्रोफ़ेसर ध्रुव चौधरी का. उन्होंने लोगो से अपील की है चमगादड़ो से घबराने की जरूरत नही है. क्योंकि चमगादड़ के बीमार होने पर ही एक दूसरे में ये वायरस फैलता है. गौरतलब है कि रोहतक के पर्यटक केंद्र तिलयार के पेड़ों पर लाखों चमगादड़ लटके है और वहां पर हर रोज हजारो सैलानी घूमने जाते है.
चाइना में फैले भयानक और जानलेवा वायरस कोरोना के प्रति लोगो की धारणा बनती जा रही है कि ये वायरस चमगादड़ ओर सांप से फैलता है और ये बात डॉक्टरों ने भी मान ली है कि कोरोना वायरस के लक्षण चमगादड़ में पाए गए है. लेकिन पीजीआईएमएस के प्रोफ़ेसर ध्रुव चौधरी ने इस मिथ्या पर विराम लगाते हुए कहा है चमगादड़ में कोरोना वायरस के लक्षण जरूर है लेकिन सभी चमगादड़ कोरोना वायरस नही फैलाते.
'चमगादड़ो की वजह से कोरोना वायरस न फैल जाए'
उन्होंने कहा कि ये वायरस बीमार चमगादड़ से दूसरे पशु पक्षियों में फैलता है जिसके बाद ये वायरस इंसान में जाता है. ऐसे उन्होंने इसलिए कहा कि रोहतक के पर्यटक केंद्र तिलयार के पेड़ों पर लाखों चमगादड़ लटके हुए है और धीरे-धीरे लोगों मे ये धारणा बनती जा रही है कि कही यहां भी चमगादड़ो की वजह से कोरोना वायरस न फैल जाए. डॉ ध्रुव चौधरी का कहना है कि तिलयार पर कई वर्षों से चमगादड़ो का जमावड़ा लेकिन इनसे कोई बीमारी नही फैली. उन्होंने कहा कि लोगो को घबराने की जरूरत नही है. गौरतलब है कि रोहतक में भी कोरोना वायरस का एक सन्दिग्ध मिला है जो चाइना से आया जिसे डॉ ध्रुव चौधरी के नेतृत्व में पीजीआई में भर्ती किया है.
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