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कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार- मुख्यमंत्री

सीएम मनोहर लाल रोहतक में अतिथि अध्यापकों से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. वहीं पिछली सरकार को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ा.

कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार- सीएम
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Published : Sep 29, 2019, 5:15 PM IST

रोहतक: विधानसभा चुनाव आते ही राजनीतिक पार्टियों ने दांव चलने शुरु कर दिए हैं. नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक में अतिथि अध्यापकों के एक कार्यक्रम में शिरकत की. जहां उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि 'हमने ठेकेदारी प्रथा को हटाकर सीधी भर्ती करने का जो फैसला किया है, उससे बहुत लोगों को फायदा मिला है.'

पिछली सरकार पर आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के अतिथि अध्यापक और कंप्यूटर टीचर की दिक्कत उनके सामने आई है. उसके लिए पुरानी सरकारें जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने सही नीति और मापदंड के अनुसार भर्तियां नहीं की थीं. सीएम ने कहा कि पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला अध्यापक भर्ती मामले में 10 साल की सजा काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम अपने 10 साल के शासनकाल में सिर्फ 65000 नौकरियां दे पाए. इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि इस सरकार में 80 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है.

कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार- सीएम

ये भी पढ़ें: सरकार के खिलाफ अतिथि अध्यापकों का प्रदर्शन, वादाखिलाफी का लगाया आरोप

हाइकोर्ट का फैसला

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि जो भर्तियां स्थाई थीं. उनके लिए भी पिछली सरकार ने किसी मानक के अनुसार काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में प्रक्रियाएं दुरुस्त हुई हैं और रोजगार के मामले में प्रदेश पटरी पर लौटा है. सीएम ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि 'हाइकोर्ट ने कहा था कि अतिथि अध्यापकों का कार्यकाल एक भी दिन आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है, उसके बाद भी मौजूदा सरकार ने उन्हें अपने पद पर बरकरार रखा.'

बता दें कि पिछले कई दिनों से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अतिथि अध्यापक अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगहों पर तो सीएम का पुतला जलाकर लोगों ने अपना रोष व्यक्त किया है. लेकिन सरकार इस मसले को हल करने के बजाए पिछली सरकारों की नीतियों की कमियां गिनाने में व्यस्त है.

रोहतक: विधानसभा चुनाव आते ही राजनीतिक पार्टियों ने दांव चलने शुरु कर दिए हैं. नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक में अतिथि अध्यापकों के एक कार्यक्रम में शिरकत की. जहां उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि 'हमने ठेकेदारी प्रथा को हटाकर सीधी भर्ती करने का जो फैसला किया है, उससे बहुत लोगों को फायदा मिला है.'

पिछली सरकार पर आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के अतिथि अध्यापक और कंप्यूटर टीचर की दिक्कत उनके सामने आई है. उसके लिए पुरानी सरकारें जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने सही नीति और मापदंड के अनुसार भर्तियां नहीं की थीं. सीएम ने कहा कि पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला अध्यापक भर्ती मामले में 10 साल की सजा काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम अपने 10 साल के शासनकाल में सिर्फ 65000 नौकरियां दे पाए. इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि इस सरकार में 80 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है.

कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार- सीएम

ये भी पढ़ें: सरकार के खिलाफ अतिथि अध्यापकों का प्रदर्शन, वादाखिलाफी का लगाया आरोप

हाइकोर्ट का फैसला

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि जो भर्तियां स्थाई थीं. उनके लिए भी पिछली सरकार ने किसी मानक के अनुसार काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में प्रक्रियाएं दुरुस्त हुई हैं और रोजगार के मामले में प्रदेश पटरी पर लौटा है. सीएम ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि 'हाइकोर्ट ने कहा था कि अतिथि अध्यापकों का कार्यकाल एक भी दिन आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है, उसके बाद भी मौजूदा सरकार ने उन्हें अपने पद पर बरकरार रखा.'

बता दें कि पिछले कई दिनों से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अतिथि अध्यापक अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगहों पर तो सीएम का पुतला जलाकर लोगों ने अपना रोष व्यक्त किया है. लेकिन सरकार इस मसले को हल करने के बजाए पिछली सरकारों की नीतियों की कमियां गिनाने में व्यस्त है.

Intro:कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार-मुख्यमंत्री
हमने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का किया प्रयास

आज कर्मचारियों की समस्याओं के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार है,हम उन्हें दुरुस्त करने में लगे हुए। यह कहना है मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का। वे आज रोहतक में अतिथि अध्यापकों के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे और उन्होंने कहा कि हमने ठेकेदारी प्रथा को हटाकर सीधी भर्ती करने का जो फैसला लिया है, उससे बहुत से लोगों को लाभ हुआ है।

Body: मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के अतिथि अध्यापक व कंप्यूटर टीचर की दिक्कत उनके सामने आई, वह पुरानी सरकारों की वजह से हुई है। क्योंकि उन्होंने सही नीति और मापदंड के अनुसार भर्ती नहीं की। यहां तक कि एक मुख्यमंत्री तो अध्यापकों की भर्ती के मामले में 10 साल की सजा काट रहे उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की 10 साल सरकार रही और वह केवल 65000 रोजगार ही दे पाए। जबकि मौजूदा सरकार ने 5 साल में 80 हजार से ऊपर लोगों को रोजगार दिया है।
Conclusion: मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह समझ में नहीं आया कि जो भर्ती स्थाई हो सकती थी, उन भर्तियों को लेकर भी किस तरह से पिछली सरकारों ने प्रक्रिया अपनाई। उन प्रक्रियाओं को दुरुस्त करने के लिए उनकी सरकार ने काम किया और रोजगार के मामले में प्रदेश को पटरी पर लेकर आए । जहां तक अतिथि अध्यापकों की बात है तो कोर्ट के आदेश हुए थे कि 1 दिन भी उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया जा सकता। उसके बाद भी मौजूदा सरकार ने अतिथि अध्यापकों को अपने पद पर बरकरार रखा। उन्होंने कहा कि हमने प्रयास किया है कि ठेकेदारी प्रथा को खत्म करके सीधी भर्ती करने के काम किए जाए।

स्पीच मनोहरलाल खट्टर, मुख्यमंत्री
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