रोहतक: इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर हर पार्टी में खूब हंगामा मचा. चाहे वो कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों ही पार्टियों में कई नेताओं ने बगावत की और अलग से नामांकन दाखिल कर लिए. इस मामले में बीजेपी को ज्यादा नुकसान होता दिखाई दिया है.
नरेंद्र तोमर एंड टीम करेगी डैमेज कंट्रोल
हरियाणा प्रदेश चुनाव प्रभारी नरेंद्र तोमर का कहना है कि वो सोमवार तक सीटों पर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले बागी पार्टी के नेताओं को मनाने में कामयाब रहेंगे. बीजेपी आलाकमान ने इसके लिए चार सदस्यीय एक कमेटी का भी गठन किया है. बीजेपी भी जानती है कि जिन सीटों पर बागी हुए विधायकों ने नामांकन दाखिल किए हैं, उन सीटों पर उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है.
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क्या नामांकन से पहले मान जाएंगे बागी विधायक ?
इस कमेटी में नरेंद्र तोमर, हरियाणा बीजेपी के प्रभारी अनिल जैन, करनाल से बीजेपी सांसद संजय भाटिया और सतीश कुमार को शामिल किया गया है. नरेंद्र तोमर का कहना है कि कमेटी नाम वापसी के आखिरी दिन सोमवार तक सभी को मना लेगी.
कहां से कौन है बागी विधायक ?
विधानसभा क्षेत्र महम से बलराज कुंडू, रेवाड़ी से रणधीर कापड़ीवास, गुरुग्राम से उमेश अग्रवाल, चरखी-दादरी से सोमबीर सांगवान, बेरी से शिव कुमार रंगीला, नारायणगढ़ से राकेश बिंदल, पृथला से नयनपाल रावत ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है, जबकि खरखौदा से पवन कुमार और फतेहाबाद से वीरेंद्र सिवाच ने जेजेपी प्रत्याशी के तौर पर फॉर्म भरा है.