रोहतक: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. वहीं कांग्रेस पार्टी पर पार्टी की आपसी फूट पार्टी पर भारी पड़ती दिख रही है. कांग्रेस के बागी नेता अशोक तंवर ने कांग्रेस के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. रोहतक में तंवर ने 3 साल पहले दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुई लड़ाई को लेकर 'जुल्म दिवस' मनाया.
तंवर ने क्यों मनाया जुल्म दिवस?
ये जुल्म दिवस तंवर गुट ने इसलिए मनाया क्योंकि इस दिन हुड्डा गुट के नेताओं ने तंवर और उन के गुट के नेताओं की जमकर पिटाई की थी. जिसमें तंवर के हाथ पैर, आंख पर काफी चोट आई थीं. साथ ही तंवर गुट के कई नेता भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
राहुल गांधी की रैली में तंवर की पिटाई
उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले दिल्ली में राहुल गांधी की एक विशाल रैली का आयोजन किया गया था. रैली से पहले राहुल गांधी भैरों मंदिर गए, लेकिन वहां कांग्रेस पार्टी के दो गुट आपस में भिड़ गए. यह झड़प भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अशोक तंवर के समर्थकों के बीच हुई. इस लड़ाई में जमकर लाठियां चली, जिसमें अशोक तंवर और उनके गुट के काफी लोग घायल हो गए थे.
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तंवर का कांग्रेस से इस्तीफा
हरियाणा की राजनीति में इन दिनों पूर्व कांग्रेसी नेता अशोक तंवर छाए हुए हैं. अशोक तंवर ने हाल ही में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. अशोक तंवर पिछले कुछ दिनों से पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे थे. उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर टिकट बेचने के आरोप लगाए थे.