रेवाड़ी: कोराना के कहर के चलते देश को लॉकडाउन किया गया है. बेघर बेसहारा लोगों की मदद के लिए सैकड़ों लोग आगे आ रहे हैं लेकिन देश में पशुओं की चिंता करने वाला कोई नहीं है. जो पशु सड़कों पर घूम रहे हैं उनको खाना खिलाने वाला भी कोई नहीं है. देश में गाय को माता कहा जाता है लेकिन इस देशव्यापी आपदा के समय लोग गायों की अनदेखी कर रहे हैं.
महिला ने गाय को खिलाया चारा
रेवाड़ी के गुलाबी बाग की रहने वाली प्रेम देवी जब गौशाला में इन भूखी गायों के लिए जब हरा चारा लेकर पहुंची तो गायों ने हरा चारा देखते ही रंभाना शुरू कर दिया. महिला ने एक-एक कर सभी गायों को हरा चारा खिलाना शुरू किया तो गाय हरे चारे पर ऐसे टूटीं मानो वो कई महीनों से भूखी हों.
आपको बता दें कि रेवाड़ी के रामपुरा स्थित स्वामी दयानंद सरस्वती गौशाला देश की पहली गौशाला है, लेकिन इस गौशाला में रहने वाली गायों के लिए प्रशासन की ओर से कोई सुविधान नहीं की गई है. ये गौशाला शहर के दानदाताओं के ही सहारे चल रही है लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बाद लगे लॉकडाउन से अब यहां लोगों का आना जाना नहीं हो रहा है.
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जिसकी वजह से यहां रह रही गायों पर चारे को लेकर संकट गहराने लगा है. यहां हरा चारा लेकर पहुंची महिला के बाद कुछ राहत इन गायों को जरूर मिली है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अभी तक कोई सुविधा नहीं पहुंचाई गई.