रेवाड़ी: जिले में सब्जी मंडी व्यापारियों का विरोध देखने को मिला. बताया जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नई सब्जी मंडी को शहर से 5 किलोमीटर दूर बिठवाना में शिफ्ट किया गया है. वहां केवल उन्हीं व्यापारियों को लाइसेंस दिया गया. जिन्होंने पहले से ही कागजी कार्रवाई पूरी की हुई थी और सिक्योरिटी भर रखी थी.
बताया जा रहा है कि सब्जी मंडी के व्यापारी बार-बार नई सब्जी मंडी को चालू करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन अधिकारी उनकी बात को सुनने को तैयार नहीं हैं. जिसके चलते व्यापारियों ने आनन-फानन में बैठक बुलाई और प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया.
सब्जी मंडी यूनियन के प्रधान शिवदयाल सैनी और मदनलाल का कहना है कि प्रशासन ने सब्जी मंडी को शिफ्ट कर व्यापारियों को भूखे मरने के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है. सब्जी मंडी में व्यापारियों के साथ साथ सैकड़ों लोग फड़ लगाकर भी अपने परिवार का पेट पाल रहे थे. लेकिन अब वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और प्रतिदिन अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने कुछ ही लोगों को लाइसेंस देखकर बिठवाना सब्जी मंडी में बिठाया गया है. जिससे सब्जी और फल की व्यवस्था चरमराई हुई है और लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सब्जी विक्रेता पवन कुमार सैनी, मनोज कुमार, ईश्वर सिंह, प्रकाश ने बताया कि अगर प्रशासन ने जल्द ही नई वाली मंडी को नहीं खोला तो वो सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.
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साथ ही अपने बीवी और बच्चों को भी यहां लाकर खड़ा कर देंगे. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अगर नई वाली सब्जी मंडी को नहीं खोल सकते तो कम से कम उन्हें बिठाना मंडी में स्थाई जगह दे दी जाए ताकि वो भी अपने परिवार का पेट भर सके. उन्होंने बताया कि वो पिछले 60 दिनों से प्रशासन की बेरुखी के चलते बेरोजगार हैं.