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रेवाड़ी: रेलवे में नौकरी के नाम पर 2 भाईयों ने ठगे 95 लाख, गिरफ्तार - रेवाड़ी रेलवे नौकरी फ्रॉड

रेवाड़ी पुलिस ने दो शातिर भाईयों को गिरफ्तार किया है, जो रेलवे में नौकरी दिलाने के बाहने लोगों को लाखों का चूना लगाया करते थे.

rewari railway job fraud
रेवाड़ी: रेलवे में नौकरी के नाम पर 2 भाईयों ने ठगे 95 लाख, गिरफ्तार
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Published : Mar 26, 2021, 4:33 PM IST

रेवाड़ी: कसोला थाना पुलिस ने नॉर्थ-सेंट्रल रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर 19 लोगों से 95 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान फरुखनगर निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू और अशोक कुमार के रुप मे हुई है.

बगथला निवासी मुकेश ने अपनी शिकायत में बताया था कि उनके ताऊ श्योराम शरीर में दर्द का देसी उपचार करते हैं. जून 2018 में गुरुग्राम के फरूखनगर के वार्ड नंबर-6 निवासी जितेंद्र और उसका भाई अशोक श्योराम के पास आए थे. अशोक अपनी पत्नी को कमर दर्द के उपचार के लिए यहां लाता था. कई बार आने के कारण दोनों की मुकेश से अच्छी जान पहचान हो गई थी.

रेलवे में नौकरी के नाम पर 2 भाईयों ने ठगे 95 लाख, गिरफ्तार

इसके बाद अशोक ने मुकेश को बताया कि वो नॉर्थ-सेंट्रल रेलवे बोर्ड इलाहाबाद का सदस्य है और इस जोन में सीधी नौकरियां उसी की ओर से निकाली जाती है. वो किसी को भी यहां नौकरी लगा सकता है. मुकेश ने नौकरी लगवाने के बारे में पूछा तो दोनों ने बताया कि एक नौकरी के 10 लाख रुपये लगते हैं.

ये भी पढ़िए: करनाल: नकली इंस्पेक्टर बनकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर करता ठगी, पुलिस के हत्थे चढ़ा

इसके बाद दोनों के झांसे में आकर गांव कसौला निवासी भोलूराम, जलियावास निवासी सुरेंद्र और गांव गढ़ी निवासी श्याम सिंह ने 10-10 लाख रुपये, नजफगढ़ निवासी हरिकिशन और हिमांशु, बगथला निवासी सतबीर, श्यामलाल, सतप्रकाश,मुकेश, तेजराम व धर्मपाल, भठेडा निवासी अनिल सहित करीब 19 लोगों ने दोनों आरोपियों को 5-5 लाख रुपये नौकरी के लिए दे दिए. दोनों भाई रुपये लेने के बाद फरार हो गए थे, जिन्हें अब गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेशकर 4 दिन की रिमांड पर लिया है.

रेवाड़ी: कसोला थाना पुलिस ने नॉर्थ-सेंट्रल रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर 19 लोगों से 95 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान फरुखनगर निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू और अशोक कुमार के रुप मे हुई है.

बगथला निवासी मुकेश ने अपनी शिकायत में बताया था कि उनके ताऊ श्योराम शरीर में दर्द का देसी उपचार करते हैं. जून 2018 में गुरुग्राम के फरूखनगर के वार्ड नंबर-6 निवासी जितेंद्र और उसका भाई अशोक श्योराम के पास आए थे. अशोक अपनी पत्नी को कमर दर्द के उपचार के लिए यहां लाता था. कई बार आने के कारण दोनों की मुकेश से अच्छी जान पहचान हो गई थी.

रेलवे में नौकरी के नाम पर 2 भाईयों ने ठगे 95 लाख, गिरफ्तार

इसके बाद अशोक ने मुकेश को बताया कि वो नॉर्थ-सेंट्रल रेलवे बोर्ड इलाहाबाद का सदस्य है और इस जोन में सीधी नौकरियां उसी की ओर से निकाली जाती है. वो किसी को भी यहां नौकरी लगा सकता है. मुकेश ने नौकरी लगवाने के बारे में पूछा तो दोनों ने बताया कि एक नौकरी के 10 लाख रुपये लगते हैं.

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इसके बाद दोनों के झांसे में आकर गांव कसौला निवासी भोलूराम, जलियावास निवासी सुरेंद्र और गांव गढ़ी निवासी श्याम सिंह ने 10-10 लाख रुपये, नजफगढ़ निवासी हरिकिशन और हिमांशु, बगथला निवासी सतबीर, श्यामलाल, सतप्रकाश,मुकेश, तेजराम व धर्मपाल, भठेडा निवासी अनिल सहित करीब 19 लोगों ने दोनों आरोपियों को 5-5 लाख रुपये नौकरी के लिए दे दिए. दोनों भाई रुपये लेने के बाद फरार हो गए थे, जिन्हें अब गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेशकर 4 दिन की रिमांड पर लिया है.

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