रेवाड़ी: नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले 42 दिनों से किसान कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन के दौरान करीब सात बार किसान और सरकार के बीच वार्ता हुई जो बेनतीजा रही.
रेवाड़ी में भी जयपुर-दिल्ली हाइवे स्थित साबी पुल के पास सुखदेव ढाबे पर किसानों ने दिल्ली कूच के लिए डेरा डाला हुआ है. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-48 पर जयपुर से दिल्ली जाने का रास्ता हर ओर से बंद है. इस वजह से इलाके को लोगों को जाम से भी जूझना पड़ रहा है.
किसान संघर्ष समिति के संयोजक रामकिशन महलावत के अनुसार ये तीनों कानून देश में किसी भी वर्ग को लाभ नहीं पहुंचा सकते. इसिलिए इन्हें रद्द कर देना ही उचित निर्णय होगा.
उन्होंने कहा कि सड़कों पर खड़े हजारों ट्रक जाम के शिकार हो चुके हैं. हर वर्ग को इस आंदोलन से नुकसान हो रहा है, लेकिन सरकार की हठधर्मिता के चलते किसान, व्यापारी व मजदूर सभी बेहाल हैं.
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बहरहाल एक तरफ किसान आंदोलन तेज होता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर ट्रकों को खड़ाकर प्रशासन स्वयं जाम लगा रहा है. इतना ही नहीं सड़कों पर जाम में फंसे ट्रकों की चाबियां तक छीन ली गई हैं. ट्रकों को बैरिकेट्स बनाकर यूज किया जा रहा गई.
फिलहाल किसान अपनी मांगों पर अडिग हैं और सरकार भी कानून वापस लेने के संकेत नहीं दे रही. अब देखना होगा कि किसान और सरकार के बीच छिड़ी इस जंग में कोई नतीजा निकलकर सामने आएगा या फिर आमजन इस जाम से दो चार होता रहेगा.
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