रेवाड़ी: हरियाणा में सीईटी ग्रुप डी की परीक्षा में अंतिम दिन दो मुन्नाभाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया. दरअसल, रविवार को सुबह की शिफ्ट में अपने दोस्त के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे दो मुन्नाभाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान जिला झज्जर के गांव सूलदा के प्रदीप यादव व भिवानी के अक्षय कुमार के रूप में हुई.
इस मामले की शिकायत केंद्र ऑब्जर्वर ने दी है. शिकायतकर्ता ने बताया कि बावल क्षेत्र के गांव खंडौड़ा स्थित परीक्षा केंद्र पर अपने दोस्त सुमित के स्थान पर प्रदीप परीक्षा देने पहुंचा था. जब बायोमेट्रिक टेस्ट किया गया, तो उसकी अंगुलियों के निशान निशान बायोमेट्रिक वालों ने सही बताकर उसे परीक्षा देने के लिए भेज दिया. लेकिन बाद में शक होने पर उसका दोबारा बायोमेट्रिक कराया तो असल परीक्षार्थी सुमित से उसकी अंगुलियों के निशानों का मिलान नहीं हुआ.
जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो पता चला कि वह अपने दोस्त सुमित के स्थान पर टेस्ट देने आया था. इसी क्रम में थाना रामपुरा क्षेत्र में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर भी एक युवक भिवानी का अक्षय कुमार अपने दोस्त अमित कुमार के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था. लेकिन उसका बायोमेट्रिक टेस्ट में वह फंस गया. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया.
रविवार को दूसरे दिन परीक्षा के सुबह के सत्र में 30 हजार 240 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी. जिनमें से केवल 17 हजार 900 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे. जबकि 12 हजार 340 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. वहीं, दूसरी शिफ्ट में 30240 अभ्यर्थियों ने परीक्षा देनी थी. इनमे से 18077 ही परीक्षा देने पहुंचे, जबकि 12163 अनुपस्थित रहे. परीक्षा को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों व नियुक्त किए गए ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगातार परीक्षा केंद्रों का दौरा करते नजर आए. दो दिन तक चली संयुक्त पात्रता परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने पर प्रशासन ने भी राहत की सांस ली.