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रेवाड़ी: मनचलों से परेशान छात्राएं स्कूल छोड़ने को मजबूर, प्रिंसिपल ने दिया बेतुका बयान - मनचलों से परेशान रेवाड़ी की छात्राएं

रेवाड़ी के स्कूली छात्राओं को घर से स्कूल तक जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जब छात्राएं स्कूल जाती हैं तो मनचले इन स्कूली छात्राओं को छेड़ते हैं. प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के चलते इन मनचलों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं.

rewari girl student facing problem by miscreant
रेवाड़ी स्कूल
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Published : Jan 23, 2020, 11:11 PM IST

रेवाड़ी: जिले में छात्राओं को घर से स्कूल तक जाने में काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. जब छात्राएं अपने घर से बाहर निकलती है, बीच रास्ते में मनचले इनको छेड़ते है. इस मनचलों के खौंफ के कारण करीब दर्जन भर छात्राएं स्कूल को छोड़ चुकी है. जिला प्रशासन की लापरवाही और पुलिस प्रशासन की ढिलाई इन मनचलों के हौंसले बुलंद कर रही है.

मनचलों से परेशान रेवाड़ी की छात्राएं

दरअसल ये मामला मस्तापुर का है. जहां की बेटियां जब अपने घर से स्कूल के लिए निकलती है तो इनको कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यहीं नहीं स्कूल के प्ले ग्राउंड में भी ये मनचले पहुंच जाते है. रात के समय ये प्ले ग्राउंड शराबियों का अड्डा बन जाता है. सुबह होते ही इन छात्राओं को सफाई करनी पड़ती है.

मनचलों से परेशान छात्राएं स्कूल छोड़ने को मजबूर, देखें वीडियो

प्रिंसिपल ने दिया बेतुका बयान

छात्राओं के स्कूल छोड़ने पर प्रिंसिपल ने जो स्कूल छोड़ना चाहता है वो छोड़ सकता है. प्रिंसिपल छात्राओं की बात को गलत बताते हुए कहते है कि ये स्कूल अन्य स्कूलों से बेहतर है लेकिन सुरक्षा को लेकर प्रिसिंपल ने कुछ भी नहीं कहा है. प्रिसिंपल खुद ही अपने सवालों के घेरे में घिर गए.

नहीं हुई कोई कार्रवाई

छात्राओं को लेकर हुई पंचायत में सरपंच ने कहा कि स्कूल के इन छात्राओं को बस मुहैया कराया जाएगा. प्रशासन इन छात्राओं की पूरी जिम्मेदारी लेगा. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए.

ये भी जाने- खस्ता हालत में रेवाड़ी का ये सरकारी स्कूल, लड़कियों के लिए शौचालय तक नहीं

छात्राओं को निजी बस मुहैया कराने की बात

छात्राओं के अविभावक और ग्राम पंचायत के लोग जिला शिक्षा अधिकारी से मिले और इस परेशानी से अवगत करवाया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक से बात भी की. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने इन छात्राओं को लेकर आश्वासन दिया कि कल से ही निजी स्कूल की बस छात्राओं को गांव से स्कूल लेकर आएगी और जाएगी. दूसरी ऒर पुलिस ने भी वहां पुलिस की तैनाती की बात की.

रेवाड़ी: जिले में छात्राओं को घर से स्कूल तक जाने में काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. जब छात्राएं अपने घर से बाहर निकलती है, बीच रास्ते में मनचले इनको छेड़ते है. इस मनचलों के खौंफ के कारण करीब दर्जन भर छात्राएं स्कूल को छोड़ चुकी है. जिला प्रशासन की लापरवाही और पुलिस प्रशासन की ढिलाई इन मनचलों के हौंसले बुलंद कर रही है.

मनचलों से परेशान रेवाड़ी की छात्राएं

दरअसल ये मामला मस्तापुर का है. जहां की बेटियां जब अपने घर से स्कूल के लिए निकलती है तो इनको कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यहीं नहीं स्कूल के प्ले ग्राउंड में भी ये मनचले पहुंच जाते है. रात के समय ये प्ले ग्राउंड शराबियों का अड्डा बन जाता है. सुबह होते ही इन छात्राओं को सफाई करनी पड़ती है.

मनचलों से परेशान छात्राएं स्कूल छोड़ने को मजबूर, देखें वीडियो

प्रिंसिपल ने दिया बेतुका बयान

छात्राओं के स्कूल छोड़ने पर प्रिंसिपल ने जो स्कूल छोड़ना चाहता है वो छोड़ सकता है. प्रिंसिपल छात्राओं की बात को गलत बताते हुए कहते है कि ये स्कूल अन्य स्कूलों से बेहतर है लेकिन सुरक्षा को लेकर प्रिसिंपल ने कुछ भी नहीं कहा है. प्रिसिंपल खुद ही अपने सवालों के घेरे में घिर गए.

नहीं हुई कोई कार्रवाई

छात्राओं को लेकर हुई पंचायत में सरपंच ने कहा कि स्कूल के इन छात्राओं को बस मुहैया कराया जाएगा. प्रशासन इन छात्राओं की पूरी जिम्मेदारी लेगा. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए.

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छात्राओं को निजी बस मुहैया कराने की बात

छात्राओं के अविभावक और ग्राम पंचायत के लोग जिला शिक्षा अधिकारी से मिले और इस परेशानी से अवगत करवाया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक से बात भी की. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने इन छात्राओं को लेकर आश्वासन दिया कि कल से ही निजी स्कूल की बस छात्राओं को गांव से स्कूल लेकर आएगी और जाएगी. दूसरी ऒर पुलिस ने भी वहां पुलिस की तैनाती की बात की.

Intro:दो गावों के ग्रामीण हुए आमने सामनेछात्राओं के साथ स्कूल जाते समय होती है छेड़छाड़ सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा यहां तोड़ गया दम ख़ौफ़ के साये में छात्राये पढ़ने को मजबूर, अभिभावक परेशान  गांव राजावास की दर्जनों छात्रों ने छोड़ा स्कूल रेवाडी, 23 जनवरी।Body:उच्च शिक्षा ऒर बेटियों की सुरक्षा का दम भरने वाली प्रदेश सरकार के सभी दावे उस वक्त खोखले साबित होते नजर आए जब जिला रेवाडी के गाँव राजावास की  छात्रओं से कथित रूप से आये दिन स्कूल जाते वक्त शरारती तत्वों द्वारा उनसे की जाने वाली छेड़छाड़ ओर छींटाकशी के बाद गांव की पँचायत ने कहा कार्यवाही नहीं हुई तो वह अपनी बेटियों को नहीं भेजेंगे मस्तापुर के सरकारी स्कूल में। आपको बता दें कि जिले के गांव राजावास् की 40 से अधिक छात्राएं पड़ौस के गाँव मस्तापुर स्थित सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने जाती हैं लेकिन पिछले लंबे समय से गांव के कुछ मनचले बीच रास्ते मे उनपर छींटाकशी कर उनसे छेड़छाड़ करते हैं, इससे परेशान होकर उन्होंने स्कूल प्रिंसिपल से कई बार शिकायत की लेकिन उन्होंने गम्भीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा यह हुआ कि उन मनचलों के हौंसले ऒर भी बुलन्द हो गए जिसके चलते वह छात्राओं का पीछा करते करते उनके घर तक पँहुच जाते थे। इसके बाद छात्राओं ने अपने परिजनों व ग्राम पंचायत को अवगत करवाया, जब अविभावक व पंचायत के लोग  मस्तापुर के सरपंच से मिले और कहा कि वह बच्चियों के साथ कथित छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे और समाधान नहीं हुआ तो वह उन्हें स्कूल नहीं भेजेंगे। इसपर उक्त सरपंच ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नही, फिर भी आप उन्हें स्कूल नहीं भेजते तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।बाइट - 1 सरपंच राजावास्इस संदर्भ में स्कूली छात्राओं ने कहा कि जब वह स्कूल जाती हैं तो कुछ युवक उनका दुपट्टा खींच लेते हैं और विरोध करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, इसकी शिकायत कई बार प्रिंसिपल से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई ऐसे में भला कैसे होगी पढ़ाई।बाइट 2,3 छात्राएं इस संदर्भ में जब हमने मस्तापुर के सरपंच से बात की तो उन्होंने कहा कि अब मामला इनके संज्ञान में आया है जिसपर यह कथित युवकों के खिलाफ पूरी कार्यवाही में पूरा सहयोग करेंगे।बाइट - 4 सरपंच मस्तापुरबुधवार को छात्रओं के अविभावक व ग्रामपंचायत रेवाडी में जिला शिक्षा अधिकारी से मिले और परेशानी से अवगत करवाया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक से बात करके आश्वासन दिया कि कल से ही निजी स्कूल की बस छात्राओं को गांव से स्कूल लेकर आएगी और जाएगी,तो वहीं दूसरी ऒर पुलिस ने भी वहां पुलिस की तैनाती की बात की।बाइट - 5 मुकेश कुमार जिला शिक्षा अधिकारीअब जरा स्कूल प्रिंसिपल की बात भी सुन लीजिए उनका कहना कि इनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं अगर लिखित शिकायत मिलेगी तो कार्यवाही करेंगे।बाइट प्रिन्सिपपलगुरुवार को जब हमारी टीम गांव राजवास पँहुची तो कोई पुलिस कर्मचारी वहां नहीं मिला लेकिन गांव में मीडिया के पंहुचने की भनक लगते ही पुलिस मौके पर पँहुच गई लेकिन आरोपियों के खिलाफ क्या कार्यवाही करेगी इसपर एस एच ओ कुछ भी नहीं बोले।बाइट 6 -  एस एच ओ थाना रोहड़ाई रेवाड़ीConclusion:अब देखना यह होगा कि गांव और स्कूल के आसपास छात्राओं की सुरक्षा को लेकर की गई पुलिस की तैनाती कब तक रहेगी और क्या छात्राओं को मनचलों की गंदी हरकतों से निजात मिल पायेगी या फिर वास्तव में अविभावकों को कोई अन्य विकल्प खोजना होगा।
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